वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में श्रीराम कथा अमृत वर्षा Jaunpur news
महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में श्रीराम कथा अमृत वर्षा के चौथे दिन आचार्य शान्तनु महाराज ने गुरु विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण के जनकपुर में प्रवेश का वर्णन किया।
जौनपुर, जेएनएन। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में श्रीराम कथा अमृत वर्षा के चौथे दिन आचार्य शान्तनु महाराज ने गुरु विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण के जनकपुर में प्रवेश का वर्णन किया। उन्होंने अयोध्या और लंका की तुलना करते हुए कहा कि अयोध्या में सभी सज्जन और केवल एक दुर्जन मंथरा थी।
लंका में ठीक इसका उल्टा था विभीषण जैसा एक सज्जन और सभी दुर्जन रहते थे। जब सज्जन ने साथ छोड़ा तब लंका का विनाश हो गया। उन्होंने कहा कि समाज के सज्जनों को संगठित होना होगा तब जाकर दुष्ट शक्तियों पर विजय मिलेगी। कहा कि एक सज्जन व्यक्ति के निवास से कई दुर्जनों की रक्षा हो जाती है।
राम कथा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने जनकपुर में राम विवाह का बड़ा मार्मिक वर्णन किया। कथा के माध्यम से सामाजिक सन्देश देते हुए गंगा को शुद्ध रखने में जनभागीदारी की भी बात की। व्यास पीठ की पूजा कुलपति प्रो. राजाराम यादव, कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह, प्रो.बीबी तिवारी, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बांकेलाल, डॉ.वेदप्रकाश, डॉ. केएस तोमर, डॉ. संजय श्रीवास्तव, पंकज सिंह, बृजमोहन यादव, श्यामा यादव आदि लोगों ने की।