वाराणसी में महिला हिंसा के खिलाफ रैली निकाली, मिर्जामुराद थाने पहुंच कर मांगा बराबरी का अधिकार
लोक समिति व आशा ट्रस्ट के तत्वाधान में चल रहे महिला हिंसा पखवाड़ा के तहत मंगलवार को थाना मिर्जामुराद में चौपाल लगायी। सैकड़ो संख्या में आयी महिलाओं ने थाने के अंतर्गत होने वाली प्रशासनिक कार्यवाइयों के बारे में जाना।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। लोक समिति व आशा ट्रस्ट के तत्वाधान में चल रहे महिला हिंसा पखवाड़ा के तहत मंगलवार को थाना मिर्जामुराद में चौपाल लगायी। सैकड़ों संख्या में आयी महिलाओं ने थाने के अंतर्गत होने वाली प्रशासनिक कार्यवाइयों के बारे में जाना। मिर्जामुराद थाना चौपाल में उपस्थित थाना प्रभारी एस बी सिंह ने विस्तार से महिलाओं को उनके अधिकार और विभिन्न कानूनों की जानकारी दिया। लड़कियों और महिलाओं को आपातकाल के दौरान मदद के लिये शुरू किये गए हेल्पलाइन लाइन नम्बर 100, 181, 1090 का इस्तेमाल करने और मिशन शक्ति अभियान के बारे में बताया और महिलाओं व लड़कियों के सुरक्षा के लिए बनाये गए घरेलु महिला हिंसा विरोधी कानून, पॉस्को कानून आदि की भी जानकारी दिया। इसके साथ ही महिलाओं ने थानाध्यक्ष के साथ सक्रिय चर्चा में हिस्सा लेते हुए, कई सवाल भी पूछे। महिलाओं ने जब थानाध्यक्ष से ये सवाल किया कि ‘पुलिस हमेशा गाली देकर क्यों बात करती है? जब भी हमारे गांव में किसी घटना के बाद आती है तो सीधे माँ-बहन की गाली से अपनी बात शुरू करती है।
आपके अनुसार ये कितना सही है? वो घटना जिसमें उनकी माँ-बहन की कोई भूमिका ही नहीं हो वहां ऐसी गालियों का इस्तेमाल क्यों किया जाता है|’ इसके बाद एक-एक कर महिलाओं ने अपने आँखों देखे अनुभवों के आधार पर पुलिस से जुड़े कई व्यवहारिक सवाल करने शुरू कर दिए। थानाध्यक्ष ने महिलाओं की बेबाकी और तार्किक सवालों की सराहना करते हुए बेहद संवेदनशीलता से उनके सवालों का जवाब दिया। कई लड़कियों ने अपने गाँव में हो रहे जुआ और शराब की दुकान बंद करने की मांग किया।
लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने संस्था की तरफ थाना प्रभारी एसबी सिंह को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र देकर स्वागत किया उन्होंने बताया कि महिलाओं को पुलिस की प्रशासनिक कार्यप्रणाली को प्रत्यक्ष रूप से जान सके और अपने सवालों के जवाब जान सके।
एस आई कुंवर सिंह ने बताया कि आज जब हम पुलिस को लेकर एक नकारात्मक छवि अपने मन में रखते है, जिसके कई कारण हो सकते है और इसके चलते लोगों में खासकर ग्रामीण महिलाओं के मन में पुलिस को लेकर डर बना रहता है| नतीजतन कई बार उनपर जुल्म व हिंसा होंने के बावजूद पुलिस तक मदद के लिए नहीं पहुँच पाती है| ऐसे में इस तरह महिलाओं के साथ थाना-भ्रमण और परिचर्चा का कार्यक्रम आयोजित करना समाज के आगामी सकारात्मक बदलाव का शुभसंकेत है|
इसके पूर्व सैकड़ों महिलाएं और लड़कियां लालपुर चट्टी से मिर्जामुराद थाने तक घरेलु महिला हिंसा, लैंगिक भेदभाव, यौन उत्पीड़न के खिलाफ रैली निकाली। लोगों ने उत्तर प्रदेश में पूर्ण शराब बिक्री पर रोक लगाने की माँग भी किया। थाने में प्रेरणा कला मंच के कलाकारों ने महिला हिंसा पर आधारित नुक्कड़ नाटक करके लोगों को जागरूक किया। कार्यक्रम का स्वागत सोनी, अध्यक्षता अनीता पटेल एवं धन्यवाद ज्ञापन आशा राय और संचालन लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने किया।
कार्यक्रम में थानाध्यक्ष संजीत बहादुर सिंह,डॉ सुरेंद्र शुक्ला, रूचि सिंह,विनीता दुबे, पंचमुखी, रामबचन, सोनी आशा,सरोज,शिवकुमार,मुकेश,अजीत, सच्चिदानंद,अमित, शशांक, राजकुमारी,बिमला, अनीता और प्रेमा आदि लोग मौजूद रहे|