एक दशक बाद बड़े पैमाने पर आरएमएस से वाराणसी आ रहीं राखियां, कुरियर बंद होने से पोस्ट ऑफिस सहारा
लगभग दस वर्ष बाद रेलवे मेल सर्विस (आरएमएस) के जरिए इस बार बड़ी संख्या में राखी मेल आ रहा है। वाराणसी में लगभग हर दिन राखी के दो से ढाई हजार मेल आ रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। ये सच है कि कोरोना से काफी नुकसान हो रहा है मगर इस वक्त में कई ऐसी चीजों को फिर से अवसर दे दिया जिसे लोग भूल रहे थे। ऐसे ही कुछ विभाग भी हैं जिनका गुजरा दौर लौट आया है। लगभग दस वर्ष बाद रेलवे मेल सर्विस (आरएमएस) के जरिए इस बार बड़ी संख्या में राखी मेल आ रहा है। रक्षाबंधन नजदीक आ रहा है और बहनों को अपने भाइयों के लिए राखी भेजनी है। ऐसे में कोविड 19 के कारण राखी, उपहार आदि पहुंंचाने के कुरियर आदि सेवाएं बंद हैं। यही वजह है कि लोग एक बार फिर पुराने माध्यम की तरफ रुख कर रहे हैं।
कोरोना काल में रेलवे मेल सर्विस एक बार फिर इसके लिए सबसे उपयुक्त साधन बनकर सामने उभरा है। लगभग हर दिन राखी के दो से ढाई हजार मेल आ रहे हैं। इसके अलावा कोरोना से लडऩे के लिए कई तरह के मेडिकल इक्विपमेंट और टीबी स्पैक्ट्रम (टीबी की जांच के लिए शीशी बंद बलगम) भी बड़ी संख्या में आरएमएस के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचाए जा रहे हैं।
जून से एक बार फिर मेल सेवा में तेजी आ गई है और यह आंकड़ा 30 हजार पर आ गया
इस संबंध में आरएमएस के उप -अभिलेख अधिकारी स्वामीनाथ गौड़ ने बताया लॉकडाउन के पहले हर दिन लगभग 30 हजार मेल आता था। मगर लॉकडाउन में यह सेवा प्रभावित हुई और प्रतिदिन लगभग 10 हजार मेल ही पहुंच पा रहे थे। जून से एक बार फिर मेल सेवा में तेजी आ गई है और यह आंकड़ा 30 हजार पर आ गया। जून से जुलाई के शुरुआती पखवारे तक राखी मेल प्रतिदिन दो से ढाई हजार आ रहा है। यह और भी बढ़ेगा। इसके लिए तैयारी पूरी है। लगभग दस वर्षों बाद ये स्थिति देखी जा रही है जब राखियों के इतने बड़े पैमाने पर मेल आ रहे हैं। वहीं, पीपीई कीट, हैंड सैनिटाइजर, हैंड गल्वस आदि सभी इसी माध्यम से आ रहे हैं। यहां से इसकी डिलीवरी बनारस, चंदौली, भदोही व गाजीपुर की जाती है।
लखनऊ से चीफ पोस्ट मास्टर जनरल करते हैं मॉनीटरिंग
स्वामीनाथ ने बताया कि टीबी स्पैक्ट्रम, पहले प्राइवेट साधन से आता था। यह बीएचयू एवं मंडलीय अस्पताल जाता है। विभाग द्वारा इसका कॉन्ट्रेक्ट पहले ही लिया जा चुका है और इसे प्राथमिकता पर देखा जाता है। इसकी लखनऊ से मॉनीटरिंग चीफ पोस्ट मास्टर जनरल करते हैं। प्रतिदिन सात से आठ की संख्या में आने वाले आइस पैक टीवी स्पैक्ट्रम को तत्काल मेल सेवा द्वारा उसकी मंजिल तक भेज दिया जाता है। सामान्य मेल में पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और बैंकों के चेकबुक भी आते हैं। वैसे मुंबई, दिल्ली व चेन्नई से पासपोर्ट ज्यादा आता है।