व्यक्ति चला जाता है मगर दुनिया में उसके विचार शेष रह जाते हैं : नीरज शेखर
बलिया में स्व. ठाकुर मैनेजर की जयंती समारोह मे राज्यससभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि व्यक्ति चला जाता है लेकिन दुनिया में उसके विचार रह जाते हैं।
बलिया, जेएनएन। व्यक्ति चला जाता है लेकिन दुनिया में उसके विचार रह जाते हैं। द्वाबा के मालवीय स्व. ठाकुर मैनेजर सिंह के विचार आज भी हम सब के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्हें किसी दल या पार्टी के दायरे में न बाधते हुए उनकी जयंती पर सर्वदलीय लोगों को बुलाया जाय ताकि नई पीढ़ी खासकर जो नई पीढ़ी के लोग राजनीति व समाजसेवा के क्षेत्र मे उतरना चाहते हैं वह ठाकुर साहब के जीवन से कुछ सबक ले सकें। उक्त बातें राज्यसभा सासद नीरज शेखर श्री सुदिष्ट बाबा इंटर कालेज सुदिष्टपुरी में संस्थापक व पूर्व विधायक स्व. मैनेजर सिंह की 100वीं जयन्ती के अवसर पर सोमवार को बोल रहे थे।
सांसद नीरज शेखर ने कहा कि मैंन अपने राजनीतिक जीवन में उनसे दो बातें सीखीं। एक तो निडरता और दूसरा अपनी बात बेबाकी से कहना। बोले कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद ठाकुर साहब के मन मे शिक्षा की तड़प थी तभी तो उन्होंने इतने ज्यादे शिक्षण संस्थाओं की स्थापना कराइ। विकास के मामले में भी उनकी कोई सानी नहीं। आज सांसद या विधायक बनते ही तत्काल लग्जरी गाड़ी पास आ जाती है। ठाकुर साहब को लोग मिल कर पैसा जुटा कर खरीदे। समाज सेवा और जनता के जुड़ाव का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है। गुजारिश किए कि कालेज मे उनके स्मारक के पास उनका जीवन वृत्त लगाया जाय ताकि युवा पढ कर राजनीति और समाज सेवा सीख सकें।
जयंती समारोह में काफी विलंब से पहुंचे विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह और भाजपा के वरिष्ठ नेता दयाशकर सिंह ने स्व. ठाकुर मैनेजर सिंह के राजनीतिक व सामाजिक जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उनके आदशरें पर चलने की बात कही। इस अवसर पर इंजी एसके मिश्र, डा भगवान सिंह, श्रीनाथ सिंह चौहान, कृष्ण कुमार पाण्डेय, विजय बहादुर सिंह, अरविंद सिंह सेंगर, निर्भय नारायण सिंह, भवानी सिंह, विनोद सिंह निर्भय सिंह गहलौत आदि दर्जनों वक्ताओं ने अपने-अपने शब्दों में स्व सिह को याद करते हुए नमन किया। इस अवसर पर कालेज के विद्यार्थियों ने बीच बीच मे अपने विद्यालय के संस्थापक को नमन करते हुए गीत, कविता, भाषण प्रस्तुत किया।