23 विदेशी मेहमानों को लेकर बनारस आया 'राजमहल', दो दिन निहारेंगे काशी का वैभव
काशी में गंगा के रास्ते पर्यटन को आबाद करने के क्रम में अब क्रूजों का आना शुरू हो चुका है।
वाराणसी : काशी में गंगा के रास्ते पर्यटन को आबाद करने के क्रम में अब क्रूजों का आना शुरू हो गया है। मंगलवार दोपहर बाद आधुनिक सुविधाओं से लैस राजमहल क्रूज में विदेशी सैलानियों का जत्था बनारस पहुंच गया। बनारस आने के बाद मेहमानों का स्वागत किया गया।
गंगा के रास्ते विदेशी मेहमानों को लेकर आलीशान क्रूज राजमहल मंगलवार दोपहर बाद वाराणसी पहुंचा। सीजन की पहली ट्रिप में इंग्लैंड, फ्रांस और अमेरिका के 28 सैलानी कोलकाता से वाराणसी के सफर पर निकले हैं। सैलानी भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ का भ्रमण करने और गंगा आरती देखने के साथ क्रूज से ही ऐतिहासिक रामगनर के अलावा चुनार किला देखने जाएंगे।
मोदी सरकार द्वारा गंगा में लग्जरी और मालवाहक जहाजों के संचालन की दिशा में काम शुरू हो गया है। वाराणसी से हल्दिया के बीच नियमित मालवाहक जहाजों के चलने से पहले ही अगस्त से अक्टूबर तक के सीजन में विदेशी मेहमान रहस्य और रोमाच की तलाश में गंगा नदी के रास्ते लग्जरी क्रूज राजमहल से वाराणसी पहुंच रहे हैं।
लग्जरी क्रूज राजमहल के खिड़किया घाट पर लंगर डालने के बाद सैलानियों का परंपरागत ढंग से स्वागत किया गया। यहा पहुंचने के बाद यह सभी सैलानी दो दिन तक वाराणसी और आसपास के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करेंगे, इसके बाद सभी वापस अपने अगले गंतव्य के लिए रवाना होंगे। राजमहल का संचालन करने वाली कंपनी असम बंगाल नेविगेशन के मैनेजर कुणाल सिंह के मुताबिक इस सीजन में राजमहल की चार यात्राओं का कार्यक्त्रम तय होने के साथ सभी की ऑनलाइन बुकिंग फुल हो चुकी है।