बारिश ने ढीले किए धूप के तेवर
वाराणसी में रविवार की दोपहर ढाई बजे आसमान अचानक काले बादलों से घिरा और देखते ही देखते झूमकर बारिश हुई।
वाराणसी : रविवार की दोपहर ढाई बजे आसमान अचानक काले बादलों से घिरा और देखते ही देखते तेज बरसात होने लगी। चारों ओर काले बादलों का डेरा ऐसा छाया मानो दिन में ही रात हो गई हो। तेज बरसात शुरू होने के बाद काफी देर तक बूंदों की नेमत से काशी सराबोर होती रही। हालांकि सुबह से ही उमस और तेज धूप की वजह से लोगों को दुश्वारी का सामना करना पड़ा। पसीने पसीने हो रहे लोगों को तेज बारिश ने काफी राहत दी। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश से धान की फसल को संजीवनी मिली है जिससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं। वैसे समूचे पूर्वाचल में बादलों ने पानी तो गिराया मगर कुछ जगहों पर बारिश का इंतजार अब भी जारी है।
इससे पहले मानसूनी द्रोणिका दक्षिण की ओर खिसक जाने से फिलहाल उत्तर भारत में खासकर पूर्वाचल तेज सूरज की ताप में झुलसने लगा था। हालांकि बादलों की आवाजाही तो जारी रही मगर यह असरकारी साबित नहीं हुई। लिहाजा पूर्वाचल में एक बार फिर से ताप का असर होने लगा था। रविवार को भी उमस भरी गर्मी से हालत खराब हो गई। वैसे मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पहले से ही बताया गया था कि यह स्थाई नहीं रहेगा, जल्द ही आसमान में बादल दिखने लगेंगे और बूंदाबांदी भी होगी और यही रविवार दोपहर बाद हुआ भी।
शहर में रविवार को दिन भर जहां लोगों को तीखी धूप का सामना करना पड़ा वहीं दोपहर तक लोग पसीना-पसीना होते रहे। इसके बाद जोरदार बारिश ने पूरे शहर का हलक मानो तर कर दिया। मौसम विभाग और मौसम विज्ञानी रविवार से मानसूनी बादलों के आने और सक्रिय होने की आशंका पहले ही जता चुके थे।
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मानसून द्रोणिका दक्षिण की ओर चली गई इसलिए खूब बारिश नहीं हो रही है। अब मानसून का असर फिर से दिखा है जिससे पुन: तापमान में कमी होगी और मौसम सुहाना हो जाएगा। 20 अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार है। उस दिन भी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
- प्रो. एसएन पांडेय, मौसम विज्ञानी।