वाराणसी सहित पूर्वांचल में झमाझम बरसात, बादलों ने दिए मानसूनी सक्रियता के संकेत, आकाशीय बिजली से 11 की मौत
वाराणसी सहित जौनपुर गाजीपुर बलिया चंदौली मीरजापुर आजमगढ़ भदोही सोनभद्र और मऊ आदि जिलों में मंगलवार की दोपहर बाद बादलों ने कई इलाकों में झमाझम बरसात कराई है। मानसूनी सक्रियता का यह बड़ा संकेत माना जा रहा है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्वांचल में मौसम का रुख मंगलवार की दोपहर बाद अनुमानों के अनुसार बदला तो झमाझम झूमकर बादलों ने बरसात की। बादलों की आवाजाही के बीच झूमकर बरसे बादलों ने लोगों को खूब राहत दी तो दूसरी ओर उमस से भी बारिश के दौरान लोगों को राहत मिली। मौसम विभाग ने पूर्व में ही तीन दिनों तक झमाझम बरसात के संकेत दिए थे। उसी अनुरूप ही झमाझम बरसात बादलों ने दोपहर तीन बजे के बाद कराना शुरू किया तो लोगों ने राहत की सांस ली। सप्ताह भर के बाद हुई बरसात ने मानसूनी सक्रियता के भी संकेत दिए हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मानसूनी सक्रियता के बीच बादल झूमकर बरसेंगे।
मानसून इस बार तय समय से करीब सप्ताह भर से अधिक समय से लेट चल रहा है। ऐसे में मंगलवार की दोपहर बाद शुरू हुई बरसात लोगों को राहत भी दे गई। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बादलों की यह सक्रियता मध्य उत्तर प्रदेश तक बनी हुई है। इसकी वजह से बादलों की आवाजाही के बीच बारिश होना तय था। दरअसल वातावरण में लोकल हीटिंग और नमी के मेल की वजह से बादल सघन होते गए और देखते ही देखते झमाझम बरसात भी शुरू हो गई। दोपहर बाद से शुरू हुई बरसात आने वाले दिनों में राहत भी देगी।
मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मानसूनी सक्रियता को मंगलवार के आसपास शुरू होना था। ऐसे में यह बारिश मानसूनी संकेत भी लेकर आई है। झमाझम बरसे बादलों ने मानसूनी सक्रियता का भी संकेत दिया है। अब मौसम बादलों और मानसून के अनुकूल हो चुका है। ऐसे में मानसूनी बादलों की आवाजाही का दौर लोगों को राहत देता नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि अब जल्द ही प्रदेश में पूर्वांचल के हिस्सों में झमाझम बरसात होगी और गरमी से लोगों को बरसात राहत भी देगी।
आकाशीय बिजली से 11 की मौत : मीरजापुर में हलिया के दिघुली गांव निवासी बबलू की 15 वर्षीय बेटी साधना मंगलवार की देर शाम अचानक गरज चमक के साथ बारिश होने पर कच्चे मकान में प्लास्टिक लगाने लगी कि इसी दौरान आकाशीय बिजली के गिरने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई। चर्की खुर्द निवासी रामनारायण की 8 वर्षीय पुत्री नंदनी की भी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। बभनी गांव में अमृत सरोवर में काम चल रहा था मंगलवार की शाम बारिश का मौसम देख काम बंद होने के बाद दो महिला मजदूर प्रिया देवी (38) पत्नी कमलेश कुमार व लीलावती देवी (42) पत्नी सुक्खू गोंड़ निवासी फरीदपुर तालाब में मजदूरी करके घर वापस जा रही थी, इसी दौरान तेज गरज चमक के साथ बारिश शुरू हो गई और आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई।
वहीं बलिया में बैरिया और सिकंदरपुर इलाके में आकाशीय बिजली से किसान समेत दो लोगों की मौत हो गई। बैरिया के बिशुनपुरा गांव के किसान राम भजन शाह मंगलवार की शाम छठ घाट के पास अपने खेत में मचान पर बैठकर रखवाली कर रहे थे। अचानक वज्रपात से उनकी मौत हो गई। मचान और रखी पराली भी जल गई। उधर सिकंदरपुर के दियारा खरीद में सरयू नदी के किनारे स्टीमर घाट पर आकाशीय बिजली से राकेश सिंह निवासी मुइया की मौत हो गई।
भदोही जिले में चौरी थाना के चेतनीपुर गांव में मंगलवार की शाम आकाशीय बिजली गिरने से सुरेश गौतम के 15 वर्षीय पुत्र अंकित की मौत हो गई। कोइरौना थाना के भारद्वार, तुलसीपट्टी गांव के मंगलवार की शाम आकाशीय बिजली से शशि भूषण दुबे (45) की मौत हो गई।
वाराणसी में बडागांव थाना क्षेत्र के टिकरी खुर्द गांव में शाम चार बजे आकाशीय बिजली लगने से घर से खेत में गोबर फेंकने जा रही 38 वर्षीय दुर्गावती देवी की खेत में ही मुत्यु हो गयी सूचना मिलते ही बडागांव पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अदमापुर (महनाग) गांव में मंगलवार की सायंकाल तेज वर्षा से पूर्व गरज-चमक के बीच आकाशीय बिजली गिरने से हेमंत कुमार उर्फ लल्ला यादव (12) व प्रभात उर्फ भुंवर यादव (15) नामक दो किशोरों की मौत हो गयी।