रेलमंत्री पीयूष गोयल ने डीरेका को 501 विद्युत लोकोमोटिव प्रतिवर्ष बनाने का दिया लक्ष्य
रेल व वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अपने वाराणसी आगमन पर डीरेका निर्मित विद्युत रेल इंजन WAP7-लोको संख्या 37349 को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया।
वाराणसी, जेएनएन। रेल व वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अपने वाराणसी आगमन पर डीरेका निर्मित विद्युत रेल इंजन WAP7-लोको संख्या 37349 को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया। लोकार्पण के दौरान यशपाल सिंह महाप्रबंधक एवं प्रमुख अधिकारियों द्वारा उन्होंने उत्पादन प्रक्रिया एवं अन्य तकनीकी विषयों पर जानकारी दी गई। लोको निरीक्षण के उपरान्त पीयूष गोयल ने विभागाध्याक्षों के साथ उत्पादन गतिविधियों, निर्माण सुविधाओं, डीरेका में चल रही परियोजनाओं एवं भविष्य की योजनाओं के साथ सामग्री प्रबंधन, कर्मशाला परिसर में सुविधाओं का विस्तार एवं रेल इंजनों की गुणवत्ता पर विशेष चर्चा की।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि तेरह लाख लोगों का रेल परिवार एक है जिसमें रेल कर्मचारी, अधिकारी, बोर्ड सदस्य, मंत्री सभी शामिल हैं। कहा कि मैंने लोकसभा में भी बोला था कि सभी के संयुक्त प्रयास से भारतीय रेल विश्व की नंबर एक रेल बनेगी। भारतीय रेल ने बहुत सारे कीर्तिमान इस वर्ष प्राप्त किए। डीरेका में इस वर्ष 315 लक्ष्य के सापेक्ष 295 इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का उत्पादन हो चुका है I शनिवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा डीरेका परिसर में विद्युत लोकोमोटिव WAP7 37349 के लोकार्पण के उपरांत संबोधित करते हुये वित्तीय वर्ष 2020-21 में डीरेका के लिए 501 विद्युत रेल इंजन बनाने का लक्ष्य घोषित किया।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के क्षेत्र को क्या नंबर दो बनाना चाहते हैं या नंबर एक? जवाब में डीरेका के कर्मचारियों ने कहा कि नंबर एक बनाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सोच के साथ भारतीय रेल के सभी कर्मचारी जो दिन-रात लगन के साथ अपने कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं जिसके कारण एक भी दुर्घटना इस वर्ष नहीं हुई। रेल यात्रा को और सुगम बनाकर रेल यात्रियों को बेहतर सुरक्षा देंगे, रेल की शान और बढ़ाएंगे हम सबका विश्वास है कि तेरह लाख कर्मचारियों के संयुक्त परिश्रम, मेहनत, बेहतर सेवाएं, देश के नागरिकों के प्रति हमारी संवेदना इन सब को एक साथ जोड़कर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारतीय रेल को विश्व का नंबर एक रेल बनाएंगे।