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वजूद में आया पीटीएमएस, वाराणसी में अब एक क्लिक पर भवनों का पूरा इतिहास

नगरीय सीमा के भवन संबंधित जानकारी के लिए अब लोगों को नगर निगम मुख्यालय से लेकर जोनल कार्यालय तक की दौड़ नहीं लगानी होगी। नगर निगम प्रशासन ने प्रापर्टी टैक्स मैनेजमेंट सिस्टम यानी पीटीएमएस को वजूद में लाया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 11:09 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 11:09 PM (IST)
वजूद में आया पीटीएमएस, वाराणसी में अब एक क्लिक पर भवनों का पूरा इतिहास
अब एक क्लिक पर पूरे भवन का इतिहास आंखों के सामने होगा।

वाराणसी, जेएनएन। नगरीय सीमा के भवन संबंधित जानकारी के लिए अब लोगों को नगर निगम मुख्यालय से लेकर जोनल कार्यालय तक की दौड़ नहीं लगानी होगी। नगर निगम प्रशासन ने प्रापर्टी टैक्स मैनेजमेंट सिस्टम यानी पीटीएमएस को वजूद में लाया है। अब एक क्लिक पर पूरे भवन का इतिहास आंखों के सामने होगा।

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 इससे संबंधित मसलों का निस्तारण भी आनलाइन ही संभव होगा। इस सिस्टम के आने से नगर  निगम  का  गृहकर विभाग पूरी तहर पेपरलेस हो जाएगा। इस सिस्टम संबंधित एक कार्यशाला का आयोजन बुधवार को  देर रात नौ बजे तक आयोजित हुआ। इसमें गृहकर से जुड़े अफसर के अलावा जोनल अधिकारी, टैक्स इंस्पेक्टर, कैश काउंटर कर्मी आदि शामिल हुए। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने अध्यक्षता की। उन्होंने बताया  कि इस सिस्टम से जनता को बेहतर  सुविधा देने का निर्णय लिया गया है।

जायका के आईडीपी योजना के तहत टैक्स से जुड़े हर कर्मियों को ट्रेंड किया जा रहा है। जोनल कार्यालय से लेकर नगर निगम मुख्यालय के हर कर्मी अब जनता की टैक्स समस्याओं को घर बैठे हल करेंगे। अपर नगर आयुक्त अनूप कुमार वाजपेयी ने बताया कि पीटीएमएस में हर भवन की हिस्ट्री रहेगी। इसमें नाम इंद्राज से जुड़़ी जानकारी भी दर्ज रहेगी। यह भी मालमू हो सकेगा कि संबंधित भवन पर कितना टैक्स जमा है और कितना बाकी। भवन का कर  मूल्यांकन कितना है। किस दर से भवन का गृहकर निर्धारण हो रहा है। खास यह कि हर काम के लिए समय सीमा तय होगी।  टैक्स इंस्पेक्टर, टीएस, जोनल अधिकारी से लेकर हर अधिकारी का अलग-अलग यूजर पासवर्ड होगा। सभी तरह की रिपोर्ट अब आनलाइन ही की जा सकेगी। कम्प्यूटर कोआर्डिनेटर संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अगर, भवन मालिक किसी तरह की टैक्स आपत्ति मैनुअली करता है तब भी उसकी रिपोर्ट आनलाइन ही फीड करनी है। इस व्यवस्था के तहत अब कोई भी टैक्स से संबंधित पत्रावली व फाइल नगर निगम में कागज पर नहीं चलेगी।


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