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पीएम के सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर में महिला हिंसा के खिलाफ रैली निकाली, मानव श्रृंखला बनाकर किया प्रदर्शन

मिर्जामुराद में प्रधानमंत्री के सांसद आदर्श गांव नागेपुर में सोमवार को हिंसा के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने अपनी चुप्पी तोड़ी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 02:24 PM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 05:21 PM (IST)
पीएम के सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर में महिला हिंसा के खिलाफ रैली निकाली, मानव श्रृंखला बनाकर किया प्रदर्शन
पीएम के सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर में महिला हिंसा के खिलाफ रैली निकाली, मानव श्रृंखला बनाकर किया प्रदर्शन

वाराणसी, जेएनएन। मिर्जामुराद में प्रधानमंत्री के सांसद आदर्श गांव नागेपुर में सोमवार को हिंसा के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने अपनी चुप्पी तोड़ी। ग्रामीणों ने रैली निकाल कर अपनी आवाज बुलंद करते हुए हिंसा के खिलाफ लड़ने की कसम खाई और हिंसा-मुक्त समाज बनाने का संकल्प लिया। वाराणसी में महिला हिंसा के खिलाफ बड़ी संख्या में गांव के महिला पुरुष स्कूल के बच्चे लोक समिति आश्रम नागेपुर में एकत्रित हुए वहां से रैली निकालकर यात्री प्रतीक्षालय से एक मानव श्रृंखला भी बनाई।

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रैली में लोगों ने चुप नहीं रहना है हिंसा नही सहना है, बाल विवाह बंद करो महिला हिंसा बन्द करो, दहेज प्रथा पर रोक लगाओ यौन हिंसा पर रोक लगाओ आदि नारे लगाकर प्रदर्शन किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जा रहे महिला हिंसा विरोधी पखवाड़े के तहत लोक समिति एशियन ब्रीज इंडिया ग्राम्या संस्थान ग्रामीण पुननिर्माण संस्थान और एक साथ अभियान की ओर से सामूहिक तौर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 25 नवंबर से 16 दिसंबर तक मनाए जाने वाले पखवाड़े का संदेश 'भेदभाव मिटायेंगे नया समाज बनायेंगे' है। 

इस अवसर पर साधिका इंडिया संस्था की उपासना साहा ने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की बात करना जरूरी है और हम सबको मिलकर इसको दूर करना है। हिंसा एक छोटा शब्द है, परंतु इसका अर्थ और प्रभाव व्यापक है। महिलाओं के विरुद्ध हिंसा समाप्त करने के लिए हम सबको मिलकर आगे आना है। हमें विभिन्न कानूनों की जानकारी होनी चाहिए। 

लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि महिलाओं के लिए हिंसा सहने को सामाजिक परिवेश में ही ढाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें समाज में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले भेदभाव को समाप्त करना है। हमें पुरुष प्रधान ढांचागत व्यवस्था को भी बदलना है। हम सबको ये निर्णय लेना है कि अब और हिंसा नहीं सहेंगे। हमें प्रश्न पूछने की भी आदत डालनी चाहिए। महिलाओं को जागरूक रहने और हिंसा का विरोध करने की जरूरत है। हमें अंधविधवास को तोड़ने की जरूरत है, क्योंकि वे भी हिंसा का साधन बनते हैं। 

इस अवसर पर नंदलाल मास्टर, अमित, रणविजय सिंह, सुनील मास्टर, सुरेश, फैजिया, श्यामसुन्दर, मधुबाला, पंचमुखी, मनजीता, सीमा, बिंदु, केसरी, अनीता, पूजा, मनीष, नीलम, अनीता, पंजाब नेशनल बैंक कृषक प्रशिक्षण केंद्र आशा सामाजिक स्कूल के बच्चे, किशोरी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र नागेपुर की किशोरी लड़कियां और गांव के लोग शामिल रहे।


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