Move to Jagran APP

लोकसभा चुनाव 2019 : प्रियंका वाड्रा को बनारस से उतारकर चौंका सकती है कांग्रेस!

भाजपा ने अपनी पहली सूची में ही इस सीट पर दोबारा नरेंद्र मोदी को प्रत्याशी घोषित कर दिया है लेकिन विपक्ष फिलवक्त उम्मीदवारी के मामले में एक बड़े शून्य का शिकार है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 10:07 PM (IST)Updated: Sat, 30 Mar 2019 10:45 AM (IST)
लोकसभा चुनाव 2019 : प्रियंका वाड्रा को बनारस से उतारकर चौंका सकती है कांग्रेस!
लोकसभा चुनाव 2019 : प्रियंका वाड्रा को बनारस से उतारकर चौंका सकती है कांग्रेस!

वाराणसी, जेएनएन। लोकसभा चुनाव की सर्वाधिक चर्चित वाराणसी संसदीय सीट पर मुकाबला चाहे जैसा हो माहौल काफी रोमांचक हो चला है। भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची में ही इस सीट पर दोबारा नरेंद्र मोदी को प्रत्याशी घोषित कर दिया है लेकिन विपक्ष फिलवक्त उम्मीदवारी के मामले में एक बड़े शून्य का शिकार है। अब तक कांग्रेस उम्मीदवारों की चार सूची जारी की जा चुकी है लेकिन बनारस को लेकर निर्णय नहीं हो सका है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा को दो दिनों से आ रहा बयान बेहद चौकाने वाला है। प्रियंका ने पहले तो खुद के चुनाव लडऩे की मंशा जगजाहिर की, अब वे कहीं से भी चुनाव लडऩे के लिए कह रही हैं। उन्होंने शुक्रवार को अयोध्या में दो कदम और आगे बढ़ाते हुए मोदी के खिलाफ बनारस से चुनाव लडऩे की संभावनाओं से भी इन्कार नहीं किया।

loksabha election banner

बनारस की दावेदारी को लेकर बदला विपक्षी माहौल राजनीतिक पंडितों के लिए भी आश्चर्य, शंका और शोध का विषय है। बता दें कि जब प्रियंका को कांग्रेस ने पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया तभी से बनारस इकाई की तरफ से उन्हें यहां से चुनाव लड़ाने की मांग की जा रही थी। गंगा यात्रा के दौरान प्रियंका ने बखूबी पूर्वांचल के लोगों की नब्ज भी टटोली। अपनी यात्रा के दौरान हर तबके से बात की खासकर महिलाओं से तो खूब ही नाता जोड़ा। बहरहाल मोदी की उम्मीदवारी घोषित होने के इतने दिन गुजर जाने के बाद भी कांग्रेस अपने पत्ते नहीं खोल रही है। 

उधर, महागठबंधन के तहत सपा के खाते में गई बनारस की सीट पर उस खेमे की तरफ से भी अभी तक प्रत्याशी की घोषणा न होना निर्णय को लेकर संशय का संकेत दे रहा है। बनारस की मशहूर अडिय़ों पर चर्चा तो यहां तक परवान चढऩे लगी है कि कहीं महागठबंधन से कांग्रेस को दूर रखने वाली सपा और बसपा मोदी को कड़ी टक्कर देने के लिए बनारस की सीट पर एकजुट तो नहीं हो जाएंगे।

बोले भाजपा नेता : यह लोकतंत्र है, किसी को भी चुनाव लडऩे की आजादी है। किसी की उम्मीदवारी पर मुझे कुछ नहीं कहना है, बस इतना कहूंगा कि मोदी जी की लोकप्रियता का कोई जोड़ नहीं है। उनके प्रति बनारस के लोगों का स्नेह बढ़ा है। -सुनील ओझा, प्रदेश सहप्रभारी, भाजपा।

बोले कांग्रेस नेता : एक दो दिन में कोई निर्णय हो सकता है। चूंकि प्रियंका जी के खुद भी चुनाव लडऩे की संभावना बन रही है तो हो सकता है कि वे बनारस को चुनें, स्थानीय स्तर से ऐसी मांग पार्टी से पूर्व में की भी गई थी। जो भी हो मोदी को कांग्रेस की तरफ से कड़ी टक्कर मिलेगी। -अजय राय, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.