बनारस कांग्रेस में बेचैनी, उम्मीदवारी को लेकर प्रियंका से भी नहीं मिला स्पष्ट जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी से चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोंक दी है। भाजपा की ओर से जारी सूची में काशी की उम्मीदवारी के लिए नरेंद्र मोदी का नाम घेाषित हो चुका है।
वाराणसी, (विनोद पांडेय)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी से चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोंक दी है। भाजपा की ओर से जारी सूची में काशी की उम्मीदवारी के लिए पीएम मोदी का नाम घोषित हो गया है। इसके बाद बड़ी पार्टियों की बात करें तो कांग्रेस व सपा को उम्मीदवार घोषित करना है जिसके लिए बनारस कांग्रेस में बेचैनी बढ़ सी गई है। बेचैनी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि स्थानीय नेताओं ने लखनऊ से लगायत दिल्ली तक की परिक्रमा तेज कर दी है। कुछ ने सीधे कांग्रेस महासचिव व पूर्वी जोन उप्र की प्रभारी प्रियंका वाड्रा से भी पूछ लिया है। हालांकि हर ओर निराशा हाथ लग रही है क्योंकि अभी तक कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व पत्ता खोलता नहीं नजर आ रहा है। सपा-बसपा के साथ कांग्रेस की फ्रेंडली फाइट चलना भी बेचैनी को बढ़ाने वाला साबित हो रहा है। दो आवेदन पर नजरें चार की गड़ीं :
वाराणसी संसदीय सीट पर बीते दिनों कांग्रेस कार्यालय में हुए आवेदन प्रक्रिया की बात करें तो स्थानीय उम्मीदवार के तौर पर दो कांग्रेस नेताओं ने आवेदन किए हैं। इसमें एक पूर्व जनप्रतिनिधि हैं जिन्होंने कई बार विस चुनाव में बाजी मारी है और राजनीति की शुरुआत भी भाजपा के अखाड़े से की है। वहीं दूसरा आवेदन प्रबुद्ध वर्ग से जुड़े एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की ओर से की गई है। इसके अलावा दो बड़े नाम और उछल रहे हैं जिसमें एक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रतिनिधि हैं तो दूसरा नाम महंत समाज से जुड़ा बताया जा रहा है। उछल रहे बाहरी बड़े नाम भी :
कांग्रेस से वाराणसी में उम्मीदवारी की बात करें तो बाहर के बड़े नाम भी उछाले जा रहे हैं। इसमें एक गुजरात के बड़े नेता हैं जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस का दामन थामा है तो दूसरा नाम उप्र की भीम आर्मी से जुड़े बड़े नेता का है। इस सीट पर प्रियंका वाड्रा का नाम भी स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने उछाला था लेकिन खुद प्रियंका ने इस कयास पर विराम लगा दिया। उन्होंने जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा से साफ कहा कि हमें उम्मीदवार बनाएंगे तो प्रचार कौन करेगा।