वाराणसी में एंबुलेंस सेवा के नाम पर वसूला जा रहा दोगुना किराया, प्राइवेट संचालक कर रहे मनमानी
वाराणसी में एंबुलेंस सेवा के नाम पर वसूला जा रहा दोगुना किराया प्राइवेट संचालक मनमानी कर रहे।
वाराणसी, जेएनएन। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्र व राज्य सरकारें स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में जी-जान से जुटी हैं। जिला स्तर पर भी इस पर अमल कराने को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मगर कुछ ऐसे भी लोग हैं तो इस संकटकाल को खुद के लिए अवसर मान रहे हैं और लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे। इसका एक उदाहरण निजी एंबुलेंस संचालक हैं, जो सेवा के बदले औनी-पौनी कीमत वसूल रहे हैं। कहीं-कहीं दोगुने से भी अधिक कीमत वसूली जा रही है। बावजूद इसके परेशानी को देखते हुए लोग अधिक कीमत देने को भी तैयार हैं।
अधिकतर निजी एंबुलेंस ड्राइवर आम दिनों की अपेक्षा अधिक पैसे की मांग कर रहे हैं। निजी वाहन कम चलने के कारण आमजनों की मजबूरी है कि यदि उनके यहां कोई बीमार हो जाय तो उसके लिए हॉस्पिटल जाने के लिए बस एक विकल्प है और वह है एंबुलेंस। कोरोना संक्रमण की वजह से जो सरकारी एंबुलेंस शहर में हैं, वे भी अधिकतर समय बुक ही रह रही हैं। कोरोना संकट की वजह से उन पर भी लोड बढ़ गया है। ऐसे में निजी एंबुलेंस ही सहारा बने हैं। शहर में ही एक स्थान से दूसरे तक जाने के लिए दो हजार से अधिक रुपयों की मांग की जा रही है। इस ओर न स्वास्थ्य विभाग ध्यान दे रहा है और न ही प्रशासन की निगाह पड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 10 एंबुलेंस अलग-अलग अस्पतालों में रिजर्व रखे गए हैं। इनमें से कुछ कोरोना संक्रमित मरीजों को लाने व ले जाने में इस्तेमाल हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में इन एंबुलेंस का हर किसी के पास पहुंचना मुश्किल हो रहा है।
अधिक एंबुलेंस चलाने की मांग
करीब 40 लाख की आबादी वाले वाराणसी जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास 66 एंबुलेंस है। इनमें 10 एंबुलेंस अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात हैं, जबकि इसकी मांग 200 से अधिक लोग रोजाना कर रहे हैं। वहीं शहर में कई ऐसे लोग हैं जिन्हें डायलिसिस, डिलीवरी या अन्य बीमारियों के मामले में रोजाना हॉस्पिटल जाना होता है। ऐसे समय में इनके पास मात्र एक ही विकल्प है 108 और 102 एंबुलेंस सेवा।
एंबुलेंस की स्थिति
स्वास्थ्य विभाग के पास 38 एंबुलेंस डायल 102 व 28 एंबुलेंस 108 के उपलब्ध हैं। तीन एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हैं तो वहीं 10 एंबुलेंस इमरजेंसी के लिए अलग-अलग अस्पताल में तैनात हैं। वहीं 10 से ज्यादा कोरोना संक्रमितों के लिए दौड़ रहे हैं।