स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BHU के छात्रों से किया ऑनलाइन संवाद
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BHU के छात्रों से किया ऑनलाइन संवाद।
वाराणसी, जेएनएन। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 के ग्रैंड फिनाले का साफ्टवेयर संस्करण बीएचयू द्वारा शनिवार सुबह आठ बजे से शुरू हो गया। वहीं शाम साढ़े चार बजे से पांच बजे तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हैकाथॉन में छात्रों से उनके नवाचारों पर बातचीत की। यह हैकाथॉन तीन अगस्त तक चलेगा, जिसके तहत छात्र लगातार 36 घंटे तक एयरपोर्ट और विमान तकनीक से जुड़े पहलुओं पर वैचारिक मंथन करते हुए अपने नवाचार साझा करेंगे।
यह कार्यक्रम दो भागों में साफ्टवेयर और हार्डवेयर संस्करणों में आयोजित होता है, जिसमें से साफ्टवेयर संस्करण के संचालन की जिम्मेदारी बीएचयू को दी गई है। इसके संचालन में बीएचयू फाइन आर्ट के डा. मनीष अरोरा और प्रो. कविता शाह अहम भूमिका निभा रही हैं। वहीं शनिवार की सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने भी आयोजन से जुड़ी जानकारी को सोशल मीडिया में शेयर किया। इस पोस्ट में उन्होंने शाम को कार्यक्रम में ऑनलाइन शामिल होने की भी जानकारी दी है।
Young India is filled with talent! The grand finale of the Smart India Hackathon 2020 showcases this very spirit of innovation and excellence. On 1st August at 4:30 PM, looking forward to interacting with the finalists of the Hackathon and knowing more about their works.— Narendra Modi (@narendramodi) July 31, 2020
वहीं एक पोस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि - 'स्मार्ट इंडिया हैकथॉन एक नए मंच के रूप में उभरने और नया करने के लिए उभरा है। स्वाभाविक तौर पर इस बार हमारे युवा अपने नवाचारों में कोविड 19 के संदर्भ में दुनिया पर ध्यान केंद्रित करेंगे, साथ ही साथ आत्मानिभर भारत बनाने के तरीके भी गौर करेंगे।' इससे पूर्व सुबह हैकाथान 2020 की ऑनलाइन कुलगीत के साथ शुरुआत हुई।
उद्घाटन समारोह में मौजूूद केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन आत्मनिर्भर भारत बनाने के साथ ही स्थानीय व ग्रामीण स्तर की समस्याओं को सुलझाने के लिए एक मंच उपलब्ध कराता है। इसमें से निकले कई विचार बाजार तक पहुंच चुके हैं। निशंक ने बताया कि ऐसे समय में जब हम कोविड-19 महामारी से जूझ रहे हैं, तब हैकाथॉन के माध्यम से युवाओं ने तमाम औषधियों पर शोध और अनुसंधान किया है। इस आधार पर हम कम समय में लाभकारी चीजों को बाजार में लाने में सफल रहे हैं।
कार्यक्रम को बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित करते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सूचना प्रौद्यौगिकी महाप्रबंधक एवं सूचना सुरक्षा अधिकारी बिजेंदर सिंह दलाल ने कहा कि एयरपोर्ट अथॉरिटी हैकथॉन से शुरुआत से जुड़ा हुआ है। 2017 में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के प्रथम संस्करण का आयोजन सिविल एविएशन ट्रेनिंग कॉलेज, प्रयागराज में हुआ था। उन्होंने बताया कि अथॉरिटी आज देश भर में 137 हवाई अड्डों का संचालन देखती है, जिसमें से 24 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। हमारा मुख्य काम हमारे भारतीय एवं ओशेनिक एयर स्पेस और देश में बन रहे एयरपोर्ट टर्मिनल की डिजाइनिंग से लेकर उनका प्रबंधन देखना है। देश में हवाई यात्रा कर रहे यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना हमारा मुख्य ध्येय है। इस कार्य के लिए हमारे पास देश में अट्ठारह हजार लोगों की टीम है। हमने इस वर्ष प्रतिभागियों के समक्ष सुरक्षा, संचालन से जुड़ी करीब आठ समस्याओं के समाधान में आ रही चुनौती को रखा है।
कार्यक्रम में बतौर संयोजक स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम संयोजन प्रो. कविता शाह ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन एक ऐसा राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसमें हम विद्यार्थियों को देश में मौजूद समस्याओं के समाधान की चुनौती देते है। जैसा कि पूर्व राष्ट्रपति डा. कलाम कहा करते थे सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते। हमें इसी ध्येय के साथ अगले तीन दिनों तक इस कथन को ध्येय वाक्य बना कर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा दी गई चुनौती का समाधान खोजने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष हमारे साथ हैकाथॉन में देशभर से करीब 34 टीमें, 250 प्रतिभागी जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि इन टीमों के लिए मेंटर्स, हमारे 22 के करीब ज्यूरी मेंबर्स, एमएचआरडी से 4 ज्यूरी मेंबर्स, 18 स्वंयसेवक और आयोजन समिति इस हैकथॉन को सफल बनाने में लगे हुए हैं। हमें उम्मीद है बीएचयू में बीते दो वर्षों में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन की तरह ही कोविड-19 के कारण इस वर्ष वर्चुअली आयोजित हो रहा यह हैकथॉन भी उतना ही सफल होगा।
इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य प्रो. बी सी कापरी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद, कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के सह-संयोजक डा. मनीष अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर डा. वेणु गोपाल, उप कुलसचिव मौजूद रहे। प्रो. विवेक सिंह व कंप्यूटर सेंटर की उनकी टीम ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।