राजनीति नहीं समाजनीति के लिए जाएं लोगों के बीच, वीडियो कांफ्रेंसिंग में बोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के भाजपा कार्यकर्ताओं से गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के भाजपा कार्यकर्ताओं से गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया। कहा कि मैं छुट्टी तो नहीं ले सकता लेकिन अपनों से मिलने का मौका ढूंढता रहता हूं। सभी को पर्वों की बधाई देते हुए कार्यकर्ताओं के प्रश्नों का जवाब देते हुए उन्हें आगे बढऩे का रास्ता बताया। कैसे वे स्वयं और पार्टी को और भी ऊंचाईयों पर ले जा सकते हैं। इसके लिए उन्हें जनता के बीच जाने का मूल मंत्र दिया। कहा कि उनके बीच राजनीति के लिए नहीं बल्कि समाजनीति के लिए भी जाएं।
शहर उत्तरी विधानसभा की भाजपा कार्यकर्ता सुरेखा सिंह बताया कि जब हम लोग जनसंघ के पुराने कार्यकर्ताओं के बीच जाते हैं तो वे भाव विभोर हो जाते हैं। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारी पार्टी अचानक आगे नहीं बढ़ी है बल्कि चार-चार पीढ़ी ने अपने को खपा दिया। आगे बढऩे का रास्ता बताते हुए कहा कि पुराने कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाएं। वर्ष में एक बार उनके साथ मिलन समारोह आयोजित करें। उनके कठिन वक्त में शामिल हों। उनके साथ बैठें और पार्टी का इतिहास पूछें। वह बताएंगे कि कैसे जीत तो दूर दशकों तक वे जमानत भी नहीं बचा पाने की स्थिति, अटल, आडवानी, भाजपा का नाम भी लोगों के नहीं जानने के बावजूद वह कैसे काम करते थे। आप इसे सुनेंगे तो जीवन में कभी भी निराश नहीं होंगे। इस दौरान पीएम ने यह भी कहा कि अगर आप सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ पाईं हैं तो केवल भाजपा कार्यकर्ता के नाते नहीं बल्कि जागरूकता के नाते। अभी बहुत से लोग योजनाओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। उनके बीच जाएं और उन्हें उनका लाभ पाने का रास्ता बताएं। कुछ असहाय हैं तो उन्हें विभागों तक ले कर जाएं। वो आपको जो दुआएं देंगे वह आपको ऊर्जा से लबरेज कर देगी। लोगों में यह महसूस होना चाहिए कि जो 70 वर्ष में नहीं हुआ है उसे इसी कार्यकाल में पूरा कर देना है।
रोहनियां के विकास मिश्रा ने पूछा कि अगला कदम क्या होना चाहिए। पीएम ने कहा कि विकास पूछ रहा है तो अगला कदम विकास ही होगा। रोहनियां में सम्पन्न हुई गांधी संकल्प यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पहले दिन थकान हुई होगी लेकिन दूसरे दिन वह थकान गायब हो गई होगी। तीसरे दिन तो नई ऊर्जा मिली होगी। इसे आप बरकरार रखेंगे तो स्वयं और पार्टी को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।
सेवापुरी के अजय कुमार सिंह के प्रश्न का जबाब देते हुए कहा कि विदेशों में जो सम्मान मिलता है वह केवल एक प्रधानमंत्री को नहीं बल्कि भारत के 130 करोड़ लोगों की ताकत है। दुनिया में भारत की ताकत को गांव-गांव तक ले जाएं। लोगों की सोच दुनिया को समझने वाली होनी चाहिए। दक्षिणी के भाष्कर केसरी के प्रश्न का जबाब देते हुए कहा कि काशी के शहंशाहपुर गांव ने ही शौचालय के कार्य को इज्जतघर नाम दिया। इन प्रश्नों का जबाब देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें तो इसी से काम करने की प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है।