प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में वेतन और अनुदान देने का क्रम अनवरत जारी
लॉकडाउन और कोरोनावायरस के संकट के बीच प्रधानम्ंत्री व मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में अनुदान देने वालों की कोई कमी नहीं है।
वाराणसी, जेएनएन। लॉकडाउन और कोरोनावायरय के संकट के बीच प्रधानम्ंत्री व मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में अनुदान देने वालों की कोई कमी नहीं है। एक दिन का वेतन देने और अन्य तरीके से आर्थिक सहायता देने की कवायद चल रही है।
कोरोना संक्रमण के भारी संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिनों की लाकडाउन की घोषणा के उपरांत राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष इं. हरिकिशोर तिवारी के आह्वान पर मऊ जिलाध्यक्ष रामाश्रय यादव ने जनपद के विभिन्न विभागों में कार्यरत सभी कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा है कि देश और राज्य में इस आपात घड़ी में सबके सहयोग की जरूरत है। यह वक्त सिद्ध करने का होता है कि प्रदेश का राज्य कर्मचारी पूरी लगन से सरकार के हर निर्देशों का पालन करता है और सहयोग करता है तथा इमरजेंसी कार्यों में भी अपनी पूर्ण क्षमता से मदद करने हेतु सामने आता है, जो अपने एक दिन का वेतन राहत आपदा में दान करेंगे।
सीएम राहत कोष में एक दिन का वेतन देंगे विद्युत कर्मी
कोरोना संकट से लडऩे के लिए विद्युत कर्मी एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। विद्युुत मजदूर पंचायत मंडल मंत्री अंकुर पांडेय ने बताया कि सोमवार को इस संबंध में ऊर्जा सचिव को जानकारी दे दी गई है।
विधायक ने ढाबे पर चलवाया लंगर
जौनपुर में बदलापुर क्षेत्र के विधायक रमेश चंद्र मिश्र सोमवार की शाम शारीरिक दूरी का पालन करते हुए धनियामऊ भोलानगर पहुंचे। विधायक ने भोलानगर में ढाबे पर गरीब निराश्रित एवं अन्य प्रदेशों से पैदल ही आने-जाने वाले राहगीरों के लिए लंगर की व्यवस्था करवाई। विधायक विधानसभा के चारों मंडल अध्यक्षों को निर्देशित किया कि निराश्रित, जाबकार्ड धारकों, श्रमिकों की पहचान कर उन्हें सरकारी सहायता मुहैया करायें।