वाराणसी के बाजार में गेहूं का भाव हुआ कम, ब्रांडे कंपनियाें ने नहीं गिराया आटा का रेट
गेहूं और आटा के बीच दाम के संबंध में ठीक उलट दिखाई दे रहा है। यह स्थिति कम से कम ब्रांडेड आटा में साफ दिख रहा है जहां गेहूं की कीमत गिरने के बावजूद ब्रांडेड आटा पुराने और महंगे दाम में बिक रहे हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : बाजार की व्यवस्था में कच्चा माल की चाल के साथ अंतिम उत्पाद के दाम उतरते-चढ़ते रहते हैं, लेकिन गेहूं और आटा के बीच दाम के संबंध में ठीक उलट दिखाई दे रहा है। यह स्थिति कम से कम ब्रांडेड आटा में साफ दिख रहा है जहां गेहूं की कीमत गिरने के बावजूद ब्रांडेड आटा पुराने और महंगे दाम में बिक रहे हैं। उदाहरण के तौर पर गुरुवार को शहर के मिलर्स 2400 प्रति क्विंटल तक आटा बेच रहे हैं तो फुटकर में 26 रुपये प्रति किलोग्राम है। दूसरी ओर ब्रांडेड आटा 180 रुपये से लेकर 200 रुपये प्रति पांच किलोग्राम में बेचा जा रहा है। इसे खुले में प्रति किलोग्राम 40 रुपये से अधिक दामों में बेचा जा रहा है।
दरअसल, वैश्विक हालात के बीच बढ़ते मूल्य को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा गेहूं निर्यात को रोकने के निर्णय के बाद गेहूं के दाम में 130 रुपये प्रति क्विंटल गिरावट दर्ज की गई। गेहूं 2100 रुपये से 1970 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। फ्लोर मिलर्स के मुताबिक इस दर पर किसानों और व्यापारियों से गेहूं खरीदी जा रही है। वाराणसी फ्लोर मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कपूर बताते हैं कि एक क्विंटल गेहूं में 90-92 किलो ग्राम आटा प्राप्त होता है। प्राय: दोनों के दामों में पांच रुपये तक का अंतर रहता है। अभी मिलर्स के यहां 2400 रुपये और फुटकर में 26-27 रुपये प्रति किलोग्राम आटा है।
एक नजर में आटा का भाव और अंतर
मिलर्स - 2400 रुपये प्रति क्विंटल
फुटकर - 26 रुपये प्रति किलोग्राम
ब्रांडेड - 180-200 रुपये में पांच किलोग्राम
फुटकर - 40 रुपये प्रति किलोग्राम
(बाजार से प्राप्त इनपुट)