नए साल से 12 हजार हार्स पावर के इंजन की बनारस रेल इंजन की तैयारी, डीजल शेड में संचालित होगा प्रोजेक्ट का काम
12 हजार हार्स पावर के 800 इंजन मेक इन इंडिया के तहत न सिर्फ बरेका में बनेंगे बल्कि यहीं के कर्मचारी इसे पूरा करेंगे। यह नया प्रोजेक्ट आर्थिक दृष्टि से समृद्धि के साथ रोजगार सृजन का भी माध्यम बनेगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : 12 हजार हार्स पावर के 800 इंजन मेक इन इंडिया के तहत न सिर्फ बरेका में बनेंगे बल्कि यहीं के कर्मचारी इसे पूरा करेंगे। यह नया प्रोजेक्ट आर्थिक दृष्टि से समृद्धि के साथ रोजगार सृजन का भी माध्यम बनेगा। इसे लेकर कुछ तत्वों द्वारा बाहर के कर्मियों से इसे बनवाने सहित फैलाई जा रहीं कुछ अफवाहों को निराधार बताया गया है।
20 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट को लेकर कर्मियों के साथ ही देश को भी बड़ी उम्मीदें हैं। यह हाईस्पीड इंजन छह हजार टन का माल ढोने में सक्षम होगा, जिसके लिए अब तक दो इंजन लगाने पड़ते थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2015 में बनवाए गए डीजल शेड में बनने वाले इंजन का काम संचालित होगा। यूं तो इसके लिए बरेका को और कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी, लेकिन इसको इन्हीं कर्मियों के स्किल डेवलप से पूरा किया जाएगा।
अब 14 अक्टूबर को होगा टेंडर
पहले 28 सितंबर को होने वाला टेंडर अब 14 अक्टूबर को होगा। रेलवे बोर्ड और सहयोगी संस्थाओं के कुछ सुझाव को इसमें शामिल करने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है। ले आउट सहित कुछ बिंदुओं पर स्टडी के बाद प्लानिंग को अपलोड किया जाएगा।
10 साल में तैयार होंगे पूरे इंजन
यहां 10 साल में कुल आठ सौ इंजन बनाए जाएंगे। नए साल से इसके संचालित होने की उम्मीद जताई जा रही है। यूं तो इसके कुछ सामान बाहर से आने वाले हैं, लेकिन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद यह सामान भी यहीं बनेंगे। ऐसे में अन्य इंजनों के लिए भी कर्मियों का प्रशिक्षण काफी कारगर होगा।
लोकल इंडस्ट्रीज को सपोर्ट के साथ दुनिया को भी लुभाएगी
12 हजार हार्स पावर के इस प्रोजेक्ट से बरेका की दिशा और दशा बदलेगी। लोकल इंडस्ट्रीज को सपोर्ट करने के साथ ही यह दुनिया के लोगों को भी लुभाएगा। माना जा रहा है कि नई तकनीकी के साथ तमाम बदलाव के कारण विश्व में इस इंजन की मांग ज्यादा होगी। इसे लेकर बनारस रेल कारखाना के कर्मचारी भी बेहद उत्साहित हैं।
यह प्रोजेक्ट बरेका और यहां के कर्मियों के लिए बड़ा अवसर है
यह प्रोजेक्ट बरेका और यहां के कर्मियों के लिए बड़ा अवसर है। इसे पूरी तरह यहीं के कर्मचारी बनाएंगे। इससे कर्मचारियों का स्कील डेवलप होगा साथ देश में इससे जुड़े इंडस्ट्रीज को भी सपोर्ट मिलेगा
-विजय, वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक।