दिल्ली नहीं, अब काशी में प्रवासी दिवस मंथन, विदेश मंत्रालय की पूरी टीम रहेगी मुस्तैद
विदेश मंत्रालय की प्रदेश सरकार के साथ समीक्षा बैठक दिल्ली के बजाय अब काशी में होगी, विदेश मंत्री के साथ राज्यमंत्री व सचिव स्तर के बड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे।
वाराणसी, जेएनएन । प्रवासी दिवस को लेकर केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय की प्रदेश सरकार के साथ समीक्षा बैठक दिल्ली के बजाय अब काशी में होगी। विदेश मंत्री के साथ राज्यमंत्री व सचिव स्तर के बड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे वहीं प्रदेश से एनआरआइ मंत्री के साथ बड़े अधिकारियों की मौजूदगी रहेगी। फिलहाल शुक्रवार की शाम अचानक बदलाव की सूचना से जिला प्रशासन में हलचल मच गई।
ऐन वक्त पर बदला स्थान : दरअसल, विदेश व प्रदेश सरकार की एनआरआइ मंत्रालय के बीच 24 दिसंबर को दिल्ली में बैठक पूर्व में ही तय थी लेकिन शुक्रवार शाम अचानक विदेश मंत्रालय द्वारा दिल्ली के बजाय काशी में करने का निर्णय लिया गया। यह बैठक प्रवासी दिवस को लेकर अहम मानी जा रही। कई पहलुओं पर अंतिम निर्णय करने की संभावना है।
लिए जाएंगे अहम निर्णय : काशी में 21 से 23 जनवरी तक प्रवासी दिवस मनाया जाएगा। इसमें सात हजार प्रवासियों के आने की संभावना है, ऐसे में प्रवासी भारतीयों को बेहतर सुविधा देने और नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से अवगत समेत प्रदर्शनी व दूसरी अन्य व्यवस्थाओं से रूबरू कराने के प्रयास को अंतिम रूप दिया जाएगा। ट्रांसपोर्ट पार्टनर के लिए सहभागी कंपनी द्वारा विदेश मंत्री के समक्ष पीपीटी पर व्यवस्थाओं की प्रस्तुति दी जाएगी। विदेश मंत्री समेत पूरी टीम टीएफसी व टेंट सिटी का स्थलीय निरीक्षण भी करेगी।
बैठक में होंगे शामिल : 24 दिसंबर की समीक्षा बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, सचिव डी मोलय, संयुक्त सचिव मनोज महापात्रा व सुश्री अपूर्णा श्रीवास्तव, कांफ्रेंस निदेशक एमपी सिंह मौजूद रहेंगे। वहीं प्रदेश सरकार की एनआरआइ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, मुख्य सचिव डा अनूप चंद्र पांडेय, एनआरआइ प्रमुख सचिव राजेश कुमार सिंह, विशेष सचिव अरुण कुमार मौजूद रहेंगे।