#PBD2019 : काशी की हस्तकला को देखने घर-घर जाएंगे प्रवासी भारतीय मेहमान
कश्मीरीगंज, अस्सी घाट व खोजवां समेत अन्य क्षेत्रों में प्रवासी मेहमान गली-मोहल्लों में मनमोहक आकार लेते हस्तशिल्प का आंखों देखा हाल जानने पहुंच सकते हैं।
वाराणसी, जेएनएन। काशी के कश्मीरीगंज, अस्सी घाट व खोजवां समेत अन्य क्षेत्रों में प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान मेहमान गली-मोहल्लों में मनमोहक आकार लेते हस्तशिल्प का आंखों देखा हाल जानने पहुंच सकते हैं। इसमें किसी देश के राष्ट्रपति या उनके जैसे महामहिम की पत्नियां भी हो सकती हैं। उन्हें काशी की अनोखी कला को दिखाने के लिए जिला उद्योग केंद्र (डीआइसी) द्वारा तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं।
मॉरीशस व मलेशिया समेत कई ऐसे देश हैं जहां के राष्ट्राध्यक्षों व उनकी पत्नियों ने काशी की कला को घर-घर जाकर देखने की इच्छा जाहिर की है। हालांकि विदेश विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी राष्ट्राध्यक्षों का नाम बताना सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है लेकिन, एक बात तय है कि 20 जनवरी शाम तक यह तय हो जाएगा कि कौन कहां घूमने जाएगा।
दरअसल, केंद्र व प्रदेश की वर्तमान सरकार के सहयोग के चलते वाराणसी के विशिष्ट उत्पादकों में उत्साह बढ़ा है। हस्तकला से जुड़े विशेश्वरगंज के ओमप्रकाश शर्मा, अशोक गुप्ता, अजय कुमार व धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि 'पहले की अपेक्षा अपने ही पेशे में रूझान बढ़ा है, जिसका प्रमुख कारण हैं सरकार से मिला प्रोत्साहन।'
बोले अधिकारी : हमारी ओर से तैयारियां जारी हैं। जैसे ही सूची आएगी उसके अनुरूप आगे का काम शुरू कर दिया जाएगा। वाराणसी जिस हस्तशिल्प के लिए विख्यात है उसे बेहतर ढंग से दिखाया जाएगा। - करुणा राय, उपायुक्त, जिला उद्योग केंद्र।