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बलिया में सुखपुरा के जर्जर पंचायत भवन में चल रहा डाकघर, भवन कभी भी हो सकता है ध्‍वस्‍त

सुखपुरा कस्बे में 60-65 वर्ष पूर्व बना पंचायत भवन आज जर्जर अवस्था में पहुंच गया है जो कभी भी ध्वस्त हो सकता है। इस भवन में स्थापित डाकघर में प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 08:12 PM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 08:10 AM (IST)
बलिया में सुखपुरा के जर्जर पंचायत भवन में चल रहा डाकघर, भवन कभी भी हो सकता है ध्‍वस्‍त
सुखपुरा कस्बे में 60-65 वर्ष पूर्व बना पंचायत भवन आज जर्जर अवस्था में पहुंच गया है

बलिया, जागरण संवाददाता। सुखपुरा कस्बे में 60-65 वर्ष पूर्व बना पंचायत भवन आज जर्जर अवस्था में पहुंच गया है जो कभी भी ध्वस्त हो सकता है। इस भवन में स्थापित डाकघर में प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है। पंचायत भवन का निर्माण गांव के एक प्रमुख जमींदार बाबू हरिनंदन सिंह ने कराया था। उसके बाद 1990-91 में गांव के प्रधान शिवदान सिंह ने उसका जीर्णोद्धार कराया था। पहले पंचायत भवन खपरैल का था बाद में खपरैल हटाकर छत बनाया गया और उसकी दीवारें पुरानी ही रखी गई थीं। जब यहां थाना स्थापित नहीं था और यह गांव जब बांसडीह कोतवाली में था उस समय इसी पंचायत भवन में कुछ महीनों के लिए पुलिस चौकी की स्थापना की गई थी। बाद में यहां थाना स्थापित हो गया और चौकी का अस्तित्व समाप्त हो गया। इसके बाद पंचायत भवन को ग्राम सभा ने मामूली किराए पर डाकघर को दे दिया जो आज भी इसी भवन में चल रहा है।

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पंचायत भवन की दीवारों में दरार पड़ गई है। छत से पानी टपक रहा है। भवन कभी भी धराशायी हो सकता है और बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता है। पंचायत भवन परिसर में गांधी चबूतरा भी स्थापित है और उसी के समीप बिना सोचे समझे सामुदायिक शौचालय का निर्माण कर दिया गया है जो आज भी अधूरा है। लोगों का कहना है कि गांधी चबूतरा के समीप शौचालय का निर्माण कतई उचित नहीं था। पंचायत भवन का जीर्णोद्धार भी 31 वर्ष होने को है। लोगों ने इसके पुनर्निर्माण के लिए ग्राम पंचायत सुखपुरा, नव निर्वाचित प्रधान व जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया है।

ग्राम पंचायत अधिकारी भरत सिंह ने बताया कि पंचायत भवन के जर्जर हालत की जानकारी है। इसको ध्वस्त करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद ध्वस्तीकरण के साथ ही इसका पुनर्निर्माण कराया जाएगा।


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