वाराणसी में बनने वाली पीपीई किट के विदेशों में भी निर्यात होने की संभावना बढ़ी
सरकार द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद काशी में बनने वाली पीपीई किट के विदेशों में भी निर्यात होने की संभावना बढ़ गई है। इसके लिए यहां के उद्यमी तैयार भी हैं।
वाराणसी, जेएनएन। सरकार द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद काशी में बनने वाली पीपीई किट के विदेशों में भी निर्यात होने की संभावना बढ़ गई है। इसके लिए यहां के उद्यमी तैयार भी हैं। इससे पहले विदेशों में निर्यात पर रोक थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को इस पर से रोक हटा लिया है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कोरोना काल में देश आत्मनिर्भर भारत की ओर बढऩे लगा है। इसी कड़ी में हम अब विदेशों में पीपीई किट निर्यात करने की हैसियत में आ गए हैं, जबकि पहले यहां पर 1000 से 5000 रुपये तक में चीन से किट आयात होती थी। यहां पर किट का उत्पादन इतना होने लगा था कि उद्यमियों ने सरकार से निर्यात करने की मांग की थी। उद्यमियों की मांग पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को पीपीई किट के विदेशों में निर्यात के लिए हरी झंडी दी तो उद्यमियों में खुशी बढ़ गई है।
पांच लाख किट हो रही तैयार
अब देश में करीब पांच लाख किट तैयार होने लगी है। इसके कारण प्रतिस्पर्धा की दौड़ में गुणवत्ता युक्त पीपीई किट भी महज 250 रुपये में उपलब्ध हो जा रही है। भारत में चीन की पीपीई किट के कारोबार का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। हालांकि चीन अभी भी अमेरिका, ब्राजील, जर्मनी, इंग्लैंड सहित अन्य देशों में किट निर्यात कर रहा है। अब इन देशों से भारत में निर्मित किट की भी मांग बढ़ी है। इसी बीच पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य अशोक धवन के नेतृत्व में बनारस इंडस्ट्रीयल एंड ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता व अरङ्क्षवद कुमार ने वेबिनार के माध्यम से केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से विदेशों को निर्यात होने वाली पीपीई किट, सर्जिकल मास्क पर लगाई गई रोक को समाप्त करने की मांग की थी। कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पर देशी निर्माता बहुत ही अधिक संख्या में पीपीई किट व सर्जिकल मास्क बना रहे हैं। बाजार में इसकी उपलब्धता देश में होने वाली खपत के बाद पर्याप्त मात्रा में है।
निर्यातकों करना होगा आॅनलाइन आवेदन
अशोक गुप्ता के अनुसार मंत्रालय ने एक माह में अधिकतम 50 लाख किट निर्यात करने की छूट दी है। इसके लिए निर्यातकों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। वहीं पर उनको स्वीकृति मिल जाएगी। पीपीई किट बनाने वाले अर्पित गोयल ने बताया कि सिर्फ उन्हीं के यहां प्रति दिन 200-330 पीपीई किट तैयार की जा रही है, जबकि खपत 50 से 100 के बीच ही है।