वाराणसी में फ्लाइओवर हादसे के बाद जांच और राजनीतिक सरगर्मी तेज
वाराणसी : हादसे के बाद एक ओर जहां जांच करने के लिए अधिकारियों का दल सुबह ही काशी पहुंच चुका है वहीं
वाराणसी : हादसे के बाद एक ओर जहां जांच करने के लिए अधिकारियों का दल सुबह ही काशी पहुंच चुका है वहीं दूसरी ओर कार्रवाई का भी दौर शुरु हो चुका है। जबकि हादसे को लेकर राजनीतिक सरगर्मी भी काफी बढ़ चुकी है। शव लेने आए लोगों से मर्चरी में एक कर्मचारी द्वारा घूस मांगे जाने पर काफी बवाल हुआ तो मामले को डीएम ने स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई की। आरोप है कि मर्चरी में तैनात सफाई कर्मी बनारसी द्वारा चौकाघाट लहरतारा फ्लाईओवर दुर्घटना में मृत दो परिजनों से 200 मागे जाने की सूचना पर जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने सफाई कर्मी बनारसी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उसके विरुद्ध थाना लंका में मुकदमा दर्ज कराया। इस पर बीएचयू कर्मचारी को विवि प्रशासन ने भी दोपहर में निलंबित कर दिया। वहीं हादसे में दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को तड़के ही जिला प्रशासन ने मौके से हटा दिया। बोले जांच अधिकारी
बुधवार सुबह मामले में जांच करने पहुंचे जांच कमेटी के सदस्य राज प्रताप सिंह ने कहा कि - 'मैं अभी कुछ नहीं कह सकता जब तक जाच पूरी नहीं हो जाती, सबसे बात नहीं हो जाती और रिकॉर्ड चेक नहीं कर लिए जाते तक तक कुछ भी कहना सही नहीं होगा।' सिगरा थाने में मुकदमा
वहीं सिगरा थाने की रोडवेज चौकी के इंचार्ज की तहरीर पर यूपी सेतु निगम के अधिकारियों, पर्यवेक्षण कर रहे अधिकारियों, ठेकेदारों के खिलाफ सिगरा थाने में धारा 304 और 308 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अधिकारियों की संस्तुति पर मामले की जांच और कार्रवाई का क्रम भी शुरु हो चुका है। घटनास्थल पर सतर्कता
घटनास्थल पर सुबह से ही जांच दल मौजूद रहा और माइक से इस दौरान घोषणा भी की गई कि पुल के नीचे जो भी लोग खड़े हैं वह हट जाएं अन्यथा पुल का और भी हिस्सा गिर सकता है। सतर्कता को देखते हुए विभिन्न हॉस्पिटलों के दो दर्जन से अधिक एम्बुलेंस लगे हैं। शवों का पोस्टमार्टम पूरा
डीएम ने इस बाबत बताया कि 13 शव का पोस्टमार्टम हो चुका है, दो अन्य का भी पूरा होने वाला है। कुल 13 राहगीर और दो एनडीआरएफ के जवानों के शव इनमें शामिल हैं। पीएम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है। राजनीतिक दलों की बढ़ी सरगर्मी
सपा नेता सुरेन्द्र पटेल ने कहा कि पाच लाख नहीं बल्कि मृतकों के परिजनों को कम से कम पचीस लाख रूपया की सहायता मिलनी चाहिये। वहीं कांग्रेस नेता राज बब्बर भी काशी में घटनास्थल पहुंचने के अलावा घायल लोगों से मिल रहे हैं।