सोनभद्र में पुलिस जादू-टोना वाले क्षेत्रों को करेगी चिह्नित, लंबित विवेचना को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश
पूर्वांचल का काफी पिछड़ा जिला होने की वजह से यहां पर पूर्व में जादू-टोना और डायन घोषित करने जैसे मामलों को लेकर वारदात होती रही है।
सोनभद्र, जेएनएन। पूर्वांचल का काफी पिछड़ा जिला होने की वजह से यहां पर पूर्व में जादू-टोना और डायन घोषित करने जैसे मामलों को लेकर वारदात होती रही है। इसको लेकर पुलिस प्रशासन अब सक्रिय हुआ है। पूर्व में भी डायन बताकर महिलाओं का उत्पीडन करने की घटनाएं भी जिले में काफी हुई हैं। वहीं दूसरी ओर गत वर्ष जिले में हत्या, लूट, दुष्कर्म जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों में ऐसे अपराधी जो पेशेवेर हैं। पूर्व में उनका इस तरह की घटनाओं से संबंध रहा है, उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी। साथ ही गैंग बनाकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दने वालों के गैंग को रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। इससे उनपर निगरानी रखने में पुलिस को सहूलियत मिलेगी। पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए बीट प्रणाली पर और अधिक ध्यान दिया जाएगा। यह बातें एडीजी जोन वाराणसी बृजभूषण ने बुधवार को पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा। उन्होंने इससे पहले पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिया।
एक दिवसीय जनपद दौरे पर आए अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी बृजभूषण ने कहा कि कानून व्यवस्था को मुकम्मल करने के लिए हम बीट प्रणाली पर खास ध्यान दे रहे हैं। अभी जिले के हाथीनाला क्षेत्र में यह व्यवस्था लागू की गई है। इसमें बीट के आरक्षी का काम होता है कि वह लगातार उस इलाके पर नजर रखे। जिस तरह से थाने के प्रभारी को उस इलाके की हर घटना के लिए जिम्मेदार माना जाता है उसी तरह बीट आरक्षी को भी उसके बीट के लिए जिम्मेदान बनाया गया है। कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के लिए गत वर्ष की ऐसी घटनाओं को चिन्हित कर उनमें से पेवेवर अपराधी छांटने के लिए जिले की पुलिस को निर्देश दिया गया है। उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी। साथ ही गैंग बनाकर लूटपाट, हत्या, छिनैती जैसी घटनाएं करने वालों के गैंग को रजिस्टर कर उनपर नजर रखी जाएगी। घटनाओं में कार्रवाई आदि को लेकर फालोअप करने के लिए पुलिस को खास रूप से कहा गया है। उन्होंने लंबित विवेचनाओं को गुणवत्तायुक्त तरीके से निस्तारित करने के लिए भी कहा। कहा कि जिले में तीन तरह की समस्याएं ज्यादा हैं। इस लिए उसपर विशेष रूप से काम करने के लिए पुलिस अधीक्षक को कहा गया है।
इलाके चिन्हित कर चलेगा विशेष अभियान
एडीजी वाराणसी ने जिले में होने वाले अपराध पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिए पुलिस विभाग को खास प्लान पर काम करने के लिए कहा है। बताया कि जिले में जादू-टोना के चक्कर में, अंधविश्वास को लेकर हत्या किए जाने का मामला अक्सर आता है। ऐसे में इस पर काम करने के लिए एसपी को कहा है। ऐसे इलाके प्रत्येक थानाक्षेत्र में चिन्हित किए जाएंगे जहां इस तरह की घटनाएं ज्यादा होती हैं। वहां चौपाल लगाया जाएगा और लोगों को जागरूक किया जाएगा। ग्रामीणों की काउंसिलिंग कराने पर विशेष जोर दिया जाएगा। इसी तरह ऐसे इलाके चिन्हित किए जाएंगे जहां मादक पदार्थों का प्रचलन ज्यादा है। वहां युवाओं की काउंसिलिंग कर इससे दूर रहने की सलाह दी जाएगी। मादक पदार्थों की बिक्री करने व इसे बढ़ावा देने वालों को चिन्हित कर एनएसए की तरह पीआइडी एनडीपीएस की कार्रवाई करायी जाएगी। गत वर्ष सड़क दुर्घटनाओं के भी मामले प्रकाश में आए। ऐसे में दुर्घटना बाहुल्य इलाके को चिन्हित कर वहां संकेतक लगाने के भी निर्देश दिए।
पुलिस लाइन व कोतवाली का किए निरीक्षण
अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी बृजभूषण ने बुधवार को चुर्क पुलिस लाइन के विभिन्न अनुभागों का निरीक्षण किया। परेड की सलामी लेते हुए पुलिस लाइन में स्थित क्वार्टर गार्द, स्टोर रुम, परिवहन शाखा एवं आवासीय परिसर एवं बैरेकों इत्यादि का निरीक्षण व समीक्षा किए। इस दौरान पुलिस लाइन स्थित कार्यालयों मे उपलब्ध रजिस्टर-अभिलेखों की जांच करते हुए साफ-सफाई क निर्देश दिए। कोतवाली राबट््र्सगंज का भी निरीक्षण किए। सैनिक सम्मेलन कर उनकी समस्याओं को सुना गया तथा सम्बंधित को समस्याओं के निस्तारण के लिए निर्देशित किया गया। समस्त राजपत्रित अधिकारी/थाना प्रभारियों के साथ बैठक करते हुए जनपद में घटित अपराध/निरोधात्मक कार्यवाही का तुलनात्मक तीन वर्षीय अपराध के आकड़े, लूट, चैन स्नैचिंग, हत्या, पाक्सो एक्ट, वाहन चोरी एवं नकबजनी की समीक्षा हुई। भूमि विवाद से संबंधित कार्यवाही, टॉप-10 अपराधियों आदक की समीक्षा किए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव, एएसपी ओपी सिंह, अभय नाथ त्रिपाठी, सीओ राजकुमार तिवारी, अभिनव यादव, भाष्कर वर्मा, सुनील वर्मा, ज्ञान प्रकाश राय, राम अभिलाष आदि मौजूद थे।