पुलिस अधिकारी की मानवता का आडियो वायरल, मासूमों के इलाज को खोला खजाना
चंदौली जिले में पुलिस अधिकारी की गरीब बच्चियों के इलाज के लिए दरियादिली का आडियो वायरल हो रहा है।
चंदौली : पुलिस विभाग की नकारात्मक खबरें आपने बहुत सी सुनी होंगी मगर अबकी दरियादिली का वायरल आडियो सुर्खिया बटोर रहा है। बात कर रहे हैं चंदौली जिले में जिंदगी के लिए जूझ रही उन दो मासूमों की जिन्हें चिकित्सकों ने बचा लिया। हालाकि, चिकित्सक भी बजट का बंदोबस्त होने तक खामोश रहे थे। मगर सीओ त्रिपुरारी पाडेय बेटियों को बचाने को आर्थिक मदद नहीं की बल्कि सिपाही को अपना एटीएम कार्ड देते बोले इलाज में रुपये की कमी आड़े नहीं आनी चाहिए।
सकलडीहा कोतवाली अंतर्गत नरैना गाव के समीप रविवार देर शाम राजेंद्र कुमार की पुत्री संजना पाच वर्ष एवं जयराम की पुत्री अंतिमा छह वर्ष सड़क पर गईं थीं। उधर से राजू कुमार (22) बाइक से तेज रफ्तार गुजरने के दौरान अनियंत्रित होकर बच्चियों के ऊपर जा गिरा। भीषण हादसे में दोनों मासूमों को गंभीर चोटें आईं हैं। इलाकाई लोग हादसे में घायल बाइक सवार राजू एवं अंतिमा को निकट के अस्पताल ले गए। पुलिस पहुंची तो संजना को जिला अस्पताल पहुंचाई। चिकित्सकों ने दोनों बच्चियों को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। ऐसे में परिजन इलाज को लेकर परेशान हो उठे। सीओ त्रिपुरारी पाडेय दोनों बच्चियों को इलाज के लिए वाराणसी भेजा तो एक सिपाही को भी लगा दिया। उसे अपना एटीएम कार्ड दिए, बोले इलाज न रुकने पाए। बेटिया बच जाएं तो समझो हमारी जन्माष्टमी सफल हुई। ट्रामा सेंटर में सीओ की आशंका सच निकली 10 हजार रुपये जमा करने पर एंट्री मिली। उसके बाद देर रात तक इलाज में 20 हजार रुपये खर्च हुए। सीओ से रुपये खर्च करने के पहले सिपाही ने पूछा तो जवाब दिए, बेफिक्र होकर इलाज कराओ। हमें किसी तरह की परेशानी हो तो बताओ पहुंचने में दस मिनट लगेंगे। देर रात तक ऑपरेशन होने के बाद एक बच्ची खतरे से बाहर आ गई तो दूसरी आइसीयू में जिंदगी के लिए जूझ रही है।