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2024 तक बलिया में शुरू होगी पीएनजी की सप्लाई, अब तक बिछाई जा चुकी 30 किलोमीटर पाइपलाइन

मऊ व बलिया में भी परियोजना पर काम होना है। बलिया में पहले रसड़ा क्षेत्र में कार्य कराया जाएगा। वर्ष 2024 तक इन जनपदों में भी घर-घर कुकिंग गैस की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की योजना है। यह काम टोरेंट कंपनी के जिम्मे है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 07:00 AM (IST)
2024 तक बलिया में शुरू होगी पीएनजी की सप्लाई, अब तक बिछाई जा चुकी 30 किलोमीटर पाइपलाइन
पाइप्ड नेचुरल गैस यानी पीएनजी की आपूर्ति वर्ष 2024 से शुरू होने की उम्मीद है।

बलिया [समीर तिवारी]। बलिया में पाइप्ड नेचुरल गैस यानी पीएनजी की आपूर्ति वर्ष 2024 से शुरू होने की उम्मीद है। अभी मंडल में आजमगढ़ में इस पर काम चल रहा है। वहां शुरुआत में लगभग 500 घरों में कनेक्शन देने की योजना है। एक साल में अभी तक सिधारी, हर्रा की चुंगी आदि क्षेत्रों में 30 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। मार्च 2022 तक 150 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाने का लक्ष्य है। इसके बाद मऊ व बलिया में भी परियोजना पर काम होना है। बलिया में पहले रसड़ा क्षेत्र में कार्य कराया जाएगा। वर्ष 2024 तक इन जनपदों में भी घर-घर कुकिंग गैस की आपूर्ति सुनिश्चित कराने की योजना है। यह काम टोरेंट कंपनी के जिम्मे है।

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कप्तानगंज में बन रहा है सिटी गेट सेंटर : आजमगढ़ में कप्तानगंज के बितरी गांव में सीजीसी यानी सिटी गेट सेंटर का निर्माण जारी है। यहां 75 फीसद से अधिक काम पूरा हो चुका है। गेल की मुख्य पाइपलाइन से कनेक्शन लेकर यहां पीएनजी का भंडारण किया जा सकेगा। इसके बाद आवश्यकतानुसार तीनों जनपदों को आपूर्ति की जा सकेगी।

व्यावसायिक एवं घरेलू कनेक्शन : पीएनजी आपूर्ति के लिए व्यावसायिक व घरेलू कनेक्शन दिए जाएंगे। इसकी फीस तय की जाएगी। एकमुश्त धनराशि के अलावा किस्तवार फीस जमा करने की व्यवस्था भी बनाई जाएगी। इसके लिए कई होटल, रेस्टोरेंट सहित अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों ने रुझान दिखाया है।

जानिए पीएनजी के बारे में : यह कुकिंग गैस है। इसकी आपूर्ति पाइपलाइन के जरिए की जाती है। इसके रखरखाव की जिम्मेदारी गैस अथारिटी आफ इंडिया यानी गेल के पास है।

50 फीसद तक सस्ती : घरेलू गैस (एलपीजी) की तुलना में पीएनजी 50 फीसद तक सस्ती होती है। इससे ईंधन की बचत होती है। पर्यावरण की दृष्टि से भी यह काफी अनुकूल है। मीटर रीडिंग के जरिए गैस भुगतान तय किया जाता है। जितनी गैस खर्च करेंगे, उसी के अनुसार बिल आएगा।

बोले अधिकारी : आजमगढ़ में नवंबर तक पीएनजी कनेक्शन की शुरुआत हो जाएगी। कोरोना संक्रमण के बाद जलजमाव से थोड़ी अड़चनें आईं लेकिन कार्य प्रगति पर है। इसके बाद मऊ व बलिया में परियोजना प्रस्तावित है।

-जीवी राममनोहर, महाप्रबंधक, टोरेंट, आजमगढ़ मंडल।


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