क्लास रूम में बच्चों को 'फर्श से अर्श' का हुनर सिखा गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम क्लार रूम में दाखिल हुए तो रुम टू रीड (लाइब्रेरी) में पहुंचे तो बच्चों ने उन्हें हैप्पी बर्थडे विश किया। बच्चों के बीच वे बधाई स्वीकारते हुए वहीं फर्श पर बैठ गए।
वाराणसी [संग्राम सिंह] : लंबे इंतजार के बाद वह घड़ी नजदीक निकट आ रही थी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बच्चों की मुलाकात होने वाली थी। पीएम से मुलाकात की बात पर मन चहक रहा था, लेकिन माथे पर पसीना इस बात पर छूट रहा था कि कैसी होगी वह मुलाकात। काले रंग की रेंज रोवर कार से जब प्रधानमंत्री शाम 5.43 बजे नरऊर स्कूल के द्वार पर पहुंचे तो स्वागतम.. स्वागतम .. गीत से गांव गूंजने लगा। जाने-पहचाने लिबास में पीएम अंदर दाखिल हुए। रुम टू रीड (लाइब्रेरी) में पहुंचे तो बच्चों ने उन्हें 'हैप्पी बर्थडेÓ विश किया। बच्चों के बीच वे बधाई स्वीकारते हुए वहीं फर्श पर बैठ गए।
जबकि वहां कुर्सी थी, दरी पर उन्होंने बच्चों को अर्श पर पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम और कौशल प्रशिक्षण का मार्ग अपनाने की नसीहत दी। फर्श पर बैठते ही बच्चे भी उनके साथ घुल गए। छात्रों के बर्थडे विशिंग कार्ड और गुलाब के फूल से पीएम इस कदर प्रभावित हुए कि पेन भी गिफ्ट किया। क्लास रुम से निकले तो लॉन में पहुंचे, यहां पहले से बहुत सारे बच्चे उनसे बात करने को आतुर दिखे। झिझक तोडऩे के लिए पीएम ने माइक खुद थाम ली और बारी-बारी से बच्चों को पकडऩा शुरू किया। इस तरह सभी बच्चे अपनी बात कहने लगे, डर काफूर हुआ और बचपन को हौसला मिला। व्यवस्था में लगे शिक्षक यह देख अनूठा अनुभव कर रहे थे। भगवान विश्वकर्मा के चरित्र-चित्रण के साथ शुरू हुई बात बच्चों के जीवन में उम्मीदों का संचार कर गई।
खत्म की जिज्ञासा, जगाई आशा
बातों का सिलसिला शुरू हुआ तो बच्चों के जेहन में जिज्ञासा भी खूब दिखी मगर पीएम बच्चों के जेहन में आशा का संचार कर गए। जीवन में आगे बढऩे के लिए जरुरी है सवाल करना, करीब 19 मिनट की बातचीत में पीएम ने अपने जन्मदिन पर अहम अनुभव साझा किये।
दुधिया रोशनी में किया अभिवादन
प्रधानमंत्री डीएलडब्ल्यू से नरऊर स्कूल तक आते-जाते समय कार से दुधिया रोशनी में हर किसी का अभिवादन किया। स्कूल के निकट स्थित बाड़ासुर मंदिर में प्रधानमंत्री ने शीश नवाया, फिर वे स्कूल की ओर बढ़े।
नागेपुर ने मुझे गोद लिया है
संवाद के दौरान नागेपुर के छात्र विशाल ने कहा कि नागेपुर को आपने गोद लिया है, मगर एक साल से नहीं आए हैं .. इस पर पीएम ने मुस्कुराते हुए कहा कि जरुर आऊंगा ... क्योंकि नागेपुर को मैंने नहीं बल्कि नागेपुर ने मुझे गोद लिया है।