अटकी, लटकी, भटकी परियोजनाओं को हमारी सरकार पूरा कर रही : पीएम
मीरजापुर में प्रधानमंत्री ने बाणसागर परियोजना सहित 4008 करोड़ की परियोजनाएं जनता को समर्पित कीं।
मीरजापुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाणसागर परियोजना, चुनार में गंगा पर पुल सहित विभिन्न विकास कार्यो का लोकार्पण और मेडिकल कालेज का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में कर स्थानीय जनता को खुद से जोड़ा। मंचासीन लोगों और जनता का स्वागत करने के बाद पीएम ने कहा, मैं कब से मंच से देख रहा हूं कि दोनों तरफ से लोगों के आने का क्रम जारी है। यह पूरा क्षेत्र दिव्य और अलौकिक है। विंध्य पर्वत और भागीरथी के बीच बसा यह क्षेत्र बरसों से अपार संभावनाओं का केंद्र रहा है। इन्हीं संभावनाओं और विकास कार्यो के बीच मुझे आपका आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। मार्च में जब मैं यहां सोलर प्लांट का उद्घाटन करने आया था तब मेरे साथ फ्रांस के राष्ट्रपति भी थे। तब स्वागत माता की तस्वीर और चुनरी से हमारा स्वागत हुआ और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अभिभूत हो गए। वे मां की महिमा को जानकर प्रभावित हुए। आस्था की धरती का चौतरफा विकास हमारी प्रतिबद्धता है। जब से योगी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनी है, पूरे पूर्वाचल और प्रदेश के विकास की गति बढ़ी है। परिणाम नजर आने लगे हैं। यहां के लोगों के लिए सोने लाल पटेल जैसे लोगों ने जो सपना देखा था उसे हम सभी मिलकर पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं निरंतर। पिछले दो दिनों में कई कार्यो को समर्पित करने और नए कार्य की शुरुआत करने का मौका मिला। पूर्वाचल एक्सप्रेसवे, पेरीशेबल कार्गो सेंटर, रेलवे सहित अन्य कार्य विकास को गति देंगे।
बाणसागर बांध सहित 4000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है यहां। इस क्षेत्र का विकास तेज होगा। मीरजापुर, सोनभद्र, भदोही, इलाहाबाद और चंदौली आदि में खेती-किसानी यहां का अहम हिस्सा रहा है। पहले की सरकारें आधी अधूरी योजनाएं बनाती थीं और लटकाती थीं। इसके भुक्तभोगी आप सभी हैं। बाण सागर प्रोजेक्ट यदि पहले पूरा हो जाता तो जो लाभ अब आपको मिलने जा रहा है वो दो दशक पहले मिलने लगता। दो दशक बर्बाद हो गए। पहले की सरकारों ने किसानों की चिंता नहीं की। इस प्रोजेक्ट का खाका चालीस साल पहले खींचा गया था। इसके बाद कई सरकारें आई और गई लेकिन सिर्फ बातें और वादे हुए, जनता को कुछ नहीं मिला। 2014 में आप सभी ने हमें काम करने का मौका दिया। हमारी सरकार ने अटकी, लटकी और भटकी हुई योजनाओं को तलाशना शुरू किया तो यह बाणसागर परियोजना भी हमें मिली। इसे पूरा करने में पूरी ऊर्जा लगा दी गई। योगी की टीम ने तेजी से काम किया और यह परियोजना तैयार होकर आपके जीवन को खुशहाल करने के लिए तैयार है। अन्य अटकी परियोजनाओं में से सरयू नहर परियोजना और मध्य गंगा सागर परियोजना पर भी अब तेजी से काम चल रहा है।
बरसों पहले जा सुविधा आपको मिलनी चाहिए थी, वो तो मिली नहीं, देश को भी आर्थिक नुकसान हुआ। 300 करोड़ की बाणसागर परियोजना यदि तब बन जाती तो अब साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये न खर्च होता। यह आपके पैसे की बर्बादी है कि नहीं, आपको हक से वंचित रखा गया। जो लोग आज किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहाते हैं उनसे पूछना चाहिए कि ऐसी सिंचाई परियोजनाएं उन्हें क्यों नजर नहीं आई। पूरे देश में, कई राज्यों में ऐसी अटकी, लटकी और भटकी परियोजनाएं हैं। किसान भाइयों वादा करिए, पानी बचाएंगे
आज में यहां के लोगों से कुछ मांगना चाहता हूं, सबके सब हाथ उठाकर बताएं देंगे, मां विंध्यवासिनी की धरती है वादा किया तो निभाना पड़ेगा। मैं कहता हूं कि जिन किसानों के खेत में पानी पहुंचने वाला है वे टपक सिंचाई करेंगे क्या, पानी बचाने की दिशा में काम करेंगे क्या। आप वादा करिए कि यह पानी मां विंध्यवासिनी का प्रसाद है। जैसे प्रसाद का एक कण भी बर्बाद नहीं होने देते वैसे ही इस जल प्रसाद का एक बूंद पानी बर्बाद नहीं होने देंगे। टपक सिंचाई से हर तरह की खेती हो सकती है। पानी और पैसा बचता है और फसल अच्छी होगी। यही बचा हुआ पानी दूसरों की जरूरत के काम आएगा। पानी बचाएंगे तो आने वाले बरसों तक उसका उपयोग कर सकेंगे। मैं आज एक सेवक के रूप में आपसे कुछ मांग रहा हूं। माइक्रो एरिगेशन के लिए सरकार सब्सिडी देती है, उसका फायदा उठाइए। किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाले राजनीति में डूबे रहे
-वे जो किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं उनके समय में समर्थन मूल्य पर खरीदारी नहीं होती थी। किसानों को फायदा नहीं पहुंचाया जाता था। समर्थन मूल्य बढ़ाने की बात हो चुकी थी पहले ही लेकिन राजनीति में डूबे लोगों को गरीबों और किसानों की परवाह नहीं थी। सालों से फाइल दबाई रखी गई। हमने वादा किया था और समर्थन मूल्य डेढ़ गुना करने की कवायद धरती पर उतार दी। इस फैसले से यूपी और पूर्वाचल के किसानों को बहुत लाभ मिलने वाला है। अब अनाज के अधिक दाम मिलेंगे। मुझे बताया गया कि यूपी में पिछले वर्ष धान की चार गुना अधिक खरीद की गई, इसके लिए योगी बधाई के पात्र हैं। हमारी सरकार किसानों की दिक्कतों को समझते हुए उन्हें दूर करने की दिशा में काम कर रही है। बीज से लेकर बाजार तक की व्यवस्था बनाई जा रही है ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। पिछले चार साल में यूरिया का संकट कभी नहीं हुआ। बांस को घास बना दिया, मुनाफा कमाएं
-मोदी बोले, मैं यहां के किसानों से एक और वादा चाहते हैं। हम 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं। लोग खेत की मेड़ पर बाड़ लगाकर किसान उतनी जगह बर्बाद कर देते हैं। आप चाहें तो बांस की खेती करें मेड़ों पर और मुनाफा कमाएं। हमने नियम-कानून बदलकर बांस को वृक्ष से घास बना दिया। अगरबत्ती और पतंग के लिए बांस विदेश से क्यों लाएं, दो साल में हमारे किसान इस स्थिति को बदल सकते हैं। मैं किसानों से अपील करता हूं कि आप खेती के अलावा अन्य योजनाओं का लाभ उठाएं। योजनाओं का लाभ उठाइए, संकट से दूर रहिए
आयुष्मान योजना को शीघ्र केंद्र सरकार देश भर में लागू कर देगी। 5 लाख रुपये तक का इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। लोग मुसीबतों में नहीं फंसेंगे, बीमारी की दशा में उन्हें आर्थिक संकट नहीं झेलना होगा। रुपयों के अभाव में इलाज नहीं रुकेगा। देश के गरीबों को सुरक्षा कवच दिया जा रहा है। अब गरीबों के भी बैंक एकाउंट खुल रहे हैं, रसोई गैस का सिलेंडर उनकी रसोई में भी पहुंच रहा है। अमीर और गरीब की सोच को केंद्र की सरकार खत्म कर रही है। दोनों के बीच की खाई को खत्म कर रहे हैं। गरीबों के लिए 90 पैसे वाला बीमा लाए हैं। मेरे देश का गरीब अब आंख में आंख मिलाकर बात कर सकेगा। पीएम ने अपील की कि आप योजनाओं का लाभ उठाइए और संकट की स्थिति से खुद को बचाइए। दो वर्ष में पांच करोड़ लोग भीषण गरीबी से बाहर निकले
एक अन्य अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में कहा गया है कि दो वर्ष में भारत में पांच करोड़ लोग भीषण गरीबी की स्थिति से बाहर निकले हैं। यह स्थिति सरकार की विभिन्न योजनाओं से गरीबों को मिले लाभ से ही आई है। ऐसी सकारात्मक खबरें नहीं दिखती हैं। जहां सुविधाएं अपार होंगी और व्यवस्था में ईमानदारी अपार होगी, वैसा न्यू इंडिया बनाने में हम जुटे हैं। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनपद में बहुप्रतीक्षित बाणसागर परियोजना सहित कुल 4008 करोड़ की योजनाएं जनता को समर्पित की। जिसमें चार परियोजनाओं का लोकार्पण और तीन का शिलान्यास शामिल रहा। इसके लिए सभास्थल पर सभी तैयारियां एक दिन पहले ही पूरी कर ली थी। रविवार को पीएम के आने से पूर्व ही चप्पे-चप्पे की सुरक्षा-व्यवस्था मजबूत कर दी गई। सुबह साढ़े दस बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मीरजापुर पहुंचे और चंदईपुर मैदान पर जनसभा में प्रधानमंत्री ने 4008 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस दौरान परियोजनाओं के संदर्भ में एक डाक्यूमेंट्री फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।
भाजपा महिला मोर्चा द्वारा सभास्थल पर मंच के ठीक सामने डी-शेप में कमल के फूल की रंगोली भी बनाई गई यह खाली जगह करीब 60 बाई 50 फीट का है। जिसमें भव्य रंगाली सजाई गई। रविवार सुबह से सजावट का काम शुरु हो गया था। सभा स्थल पर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के पोस्टर-बैनर लगा दिये गये हैं। साथ ही स्थानीय सांसद, विधायकों के भी कुछ पोस्टर व बैनर लगाये गये। इन योजनाओं का लोकार्पण
- बाणसागर परियोजना
- चुनार पर गंगा नदी का पुल
- प्रदेश के 108 जनऔषधि केंद्र
- जनपद के 4 वेलनेस सेंटर इन योजनाओं का शिलान्यास
- मीरजापुर में मेडिकल कालेज
- जनपद के 31 वेलनेस सेंटर
- बेलवन व कोटा पुल लाभार्थियों में वितरण
- पीएम आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र
- उज्जवला योजना के लाभार्थियों को कनेक्शन व गैस चूल्हा
- आजीविका मिशन द्वारा स्वयं सहायता समूहों को निवेश निधि
- सर्वशिक्षा के तहत स्कूली बच्चों में ड्रेस का वितरण