PM Varanasi Visit : सांसद मोदी का संकल्प, काशी की भव्य विरासत को दिव्य और नव्य बनाने का काम निरंतर रहेगा जारी
PM Modi Varanasi Visit पीएम मोदी ने कहा दिव्य भव्य नव्य काशी में आठ सालों से विकास का जो उत्सव चल रहा है उसे एक बार फिर गति दे रहे हैं। काशी सदा से निरंतर प्रवाहमान रही है। काशी ने एक तस्वीर देश को दिखाई है जिसमें विरासत भी है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पीएम नरेन्द्र मोदी ने 1774 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। बनारसी अंदाज में कहा, काशी में कहल जाला सात वार अउर नौ त्योहार होला। कहे क मतलब ई कि एहां रोज-रोज नया-नया त्योहार मनावल जाला। आप सबन के प्रणाम हौ। विधानसभा चुनाव में साथ देने के लिए आभार जताया। अभिनंदन किया।
काशी सदा से निरंतर प्रवाहमान रही
कहा दिव्य भव्य नव्य काशी में आठ सालों से विकास का जो उत्सव चल रहा है उसे एक बार फिर गति दे रहे हैं। काशी सदा से निरंतर प्रवाहमान रही है। काशी ने एक तस्वीर पूरे देश को दिखाई है जिसमें विरासत भी है, विकास भी है। ऐसी विरासत जिसे भव्य, दिव्य व नव्य बनाने का काम निरंतर जारी है। ऐसा विकास जो काशी की सड़कों गलियों कुंड हो तालबों घाटों व पाटों, रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक निरंतर गतिमान है।
आत्मा वही, काया में निरंतर नवीनता लाने का प्रयास
काशी में एक प्रोजेक्ट खत्म होता है तो चार नए शुरू हो जाते हैं। आज भी यहां 17 सौ करोड़ से अधिक के दर्जनों प्रोजेक्ट का शिलान्यास हुआ। काशी नें सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वच्छता व सुंदरीकरण से जुड़ी हजारो करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं। हजारों करोड़ की परियोजनाओं पर काम जारी है। आत्मा वही काया में निरंतर नवीनता लाने का प्रयास कर रहे हैं।
आज विकास में गतिशीलता, प्रगतिशीलता व संवेदनशीलता तीनों चीज है
शिक्षा कौशल पर्यावरण स्वच्छता व्यापार के लिए जब प्रोत्साहन मिलता है, नए संस्थान बनते हैं। आस्था व अध्यात्म से जुड़े स्थानों को जब संवारा जाता है तो विकास प्रगतिशील होता है। हर एक को बिजली पानी, घर मिलता है तो विकास संवेदनशील होता है। आज विकास में गतिशीलता, प्रगतिशीलता व संवेदनशीलता तीनों चीज है।
काशी के जागरूक नागरिकों ने जिस तर देश को दिशा देने का काम किया है उससे आनंदित हूं। संदेश दिया है कि शार्ट कट से देश का भला नहीं हो सकता। कुछ नेताओं का भला हो जाए लेकिन देश व जनता का भला नहीं होता।
याद है 2014 में बाहर से आए लोग सवाल करते थे, यहां इतना कुछ अव्यवस्थित है कैसे ठीक होगा। उनकी चिंता जायज थी जिधर नजर डालो बदलाव, सुधार की गुंजाइश नजर आती थी। लगता था दशकों से काम हुआ ही नहीं है। ऐसे में लोगों के लिए यह दे-दो जैसे शार्टकट से ज्यादा सोच में न था लेकिन मैं बनारस के लोगों की दाद दूंगा कि सही रास्ता चुना। दो टूक कह दिया कि काम ऐसे हो जो वर्तमान को ठीक करे ही भविष्य को भी कई दशक तक बनारस को लाभ पहुंचाए।
जब दूरगामी प्लानिंग होती है तो नतीजे भी निकलते
आज हम देख रहे हैं कि जब दूरगामी प्लानिंग होती है तो नतीजे भी निकलते हैं। आज काशी का इंफ्रास्ट्रक्चर कहां से कहां पहुंच गया है। इससे किसान नौजवान सभी को लाभ पहुंच रहा। व्यापार-कारोबार बढ़ रहा। रिक्शा वाला भी कह रहा इतना काम मिल रहा। कारोबारी कह रहा इतना माल उठ रहा।
घर, सड़क बनने में स्टील, सीमेंट समेत निर्माण सामग्री वालों का कारोबार बढ़ रहा है। काशी रोजगार की दिशा में आगे बढ़ रही। आज काशी के चारो तरफ रिंग रोड, चौड़े नेशनल हाइवे, बाबतपुर सिटी लिंक रोड. आरओबी, फ्लाइओवर यह सब बनारस के लोगों का जीवन आसान बना रहे हैं। यह सुविधा और बढ़ने वाली है।