मोदी के शाही स्वागत के लिए काशी तैयार, बाबा विश्वनाथ का दर्शन व कार्यकर्ताओं संग करेंगे संवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा सांसद चुने जाने के बाद पहली बार 27 मई को संसदीय सीट वाराणसी आ रहे हैं। उनके आगमन पर शाही स्वागत के लिए पूरी काशी तैयार है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा सांसद चुने जाने के बाद पहली बार 27 मई को संसदीय सीट वाराणसी आ रहे हैं। उनके आगमन पर शाही स्वागत के लिए पूरी काशी तैयार है। पुलिस लाइन से लेकर बाबा दरबार तक सड़कों व चौराहों को सजा दिया गया है। रास्ते भर झंडे लगाकर शहर को भगवामय कर दिया गया है।
पीएम मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी आ रहे हैं। यह जानकारी मिलने के बाद से ही आमजन की जहां उत्सुकता बढ़ गई है तो कार्यकर्ता जबरदस्त उत्साहित हैं। गुलाब के फूलों की बारिश कर पीएम मोदी व अमित शाह का शाही स्वागत किया जाएगा। इसके लिए सात क्विंटल से अधिक फूलों का आर्डर संगठन की ओर से दिया गया है। इसके अलाव गुलाब व गेंदा के फूल का गजरा भी मंगाया गया है।
मतदान से पहले ही पीएम को जीत का भरोसा
पीएम मोदी को मतदान से पहले ही जीत का भरोसा हो गया था। बनारस दौरे के दौरान पीएम ने 26 अप्रैल को ही कैंटोमेंट स्थित कार्यकर्ता सम्मेलन में मन की बात कह दी थी। भरोसा इतना बढ़ा कि हर कार्यकर्ता के अंदर मोदी होने का भान हो गया था। इसी भरोसे पर मोदी ने घोषणा कर दी थी कि अब वह चुनाव जितने के बाद काशी की जनता व कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करने के लिए आएंगे। पीएम श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद बड़ा लालपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में कार्यकर्ताओं के अभिनंदन समारोह में शामिल होंगे।
पीएम के आगमन के पूर्व योगी दहाड़े
पीएम मोदी के आगमन से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की शाम वाराणसी पहुंचे। पीएम की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर हो रही तैयारियों की समीक्षा के बाद पं. दीनदयाल हस्तकला संकुल का निरीक्षण किया। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीएम के आगमन के दौरान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित करें कि आमजन को कोई असुविधा नहीं हो। स्वच्छता पर विशेष फोकस करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी में कहीं भी गंदगी नहीं दिखनी चाहिए। सार्वजनिक शौचालयों की बराबर सफाई होती रहे।
योगी ने देखा बाबा की श्रृंगार, भोग आरती
प्रधानमंत्री मोदी के काशी आगमन से पहले योगी आदित्यनाथ ज्ञानवापी पहुचे। वहां लोगों ने हर हर महादेव के उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया। उसके बाद उन्होंने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किये। जब वह पहुंचे तो आरती चल रही थी, इस कारण वह गर्भ गृह के उत्तरी गेट पर बैठ कर बाबा को नमन किया। बाहर आने के बाद बाबा शिखर देख कर नमन किया फिर मंदिर के कॉरिडोर को देखा।
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