खत्म नहीं हो रहा प्लेटलेट का संकट, चिकित्सक प्लेटलेट्स नहीं होने का दे रहे हवाला
वाराणसी में डेंगू और मलेरिया बुखार से लोग दहशत में हैं। जो लोग डेंगू की चपेट में उन्हें परिजनों द्वारा खून देने पर भी प्लेटलेट्स के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
वाराणसी (जेएनएन): डेंगू और मलेरिया बुखार से लोग दहशत में हैं। जो लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं और उनका प्लेटलेट्स लगातार गिर रहा है उन लोगों को प्लेटलेट्स खोजे नहीं मिल रहा है। इतना ही नहीं सरकारी लैबों में स्टाक नहीं है। मरीज के परिजन खून भी दे रहे हैं लेकिन बड़ी मुश्किल से प्लेटलेट्स घंटों बाद मिल रहा है। उधर चिकित्सक भी प्लेटलेट्स नहीं होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ ले रहे हैं। मगर विकल्प क्या है उसके बारे में बता नहीं रहे हैं। वहीं मलेरिया विभाग 22 कर्मचारियों के भरोसे मच्छरों के आतंक से छुटकारा दिलाने में जुटा हुआ है। बजट का रोना मत रोइये : जिले की बिगड़ी स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने मलेरिया विभाग को फागिंग कराने के साथ दवा का छिड़काव करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने को कहा है लेकिन विभाग की ओर से कोई इंतजाम दिखाई नहीं पड़ रहा है। स्वास्थ्य और मलेरिया विभाग बजट और संसाधन का रोना रो रहा है। इतना ही नहीं दो फागिंग मशीन के सहारे जिलेभर में मच्छरों को भगा रहा है। नगर निगम के पास फागिंग के लिए दो बड़ी और दो साइकिल की फागिंग मशीन है। नगर निगम की बड़ी फागिंग मशीन अक्सर खराब रहती है। साइकिल के सहारे वह शहर में मच्छरों को भगा रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि साइकिल मशीन से फागिंग करने के लिए एक लीटर पेट्रोल नहीं मिलता है जो पर्याप्त नहीं है। पेट्रोल अधिक मिले तो काफी हद तक राहत पहुंचाया जा सकता है।