PFI के सोनांचल से भी तार जुड़ने की आशंका, खुफिया विभाग को मिले अहम सुराग
सोनांचल से पीएफआइ के तार जुड़े होने की आशंका पर बल पड़ गया है। जांच टीम प्रयागराज और बहराइच लेकर संदिग्ध का पूरा ब्योरा जुटा रही है।
सोनभद्र, जेएनएन। प्रदेश भर में सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन और हिंसात्मक गतिविधियों को हवा देने के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) की भूमिका स्पष्ट होने लगी है। इसको लेकर जहां प्रदेश के कई जनपदों में धरपकड़ हुई वहीं सोनांचल से भी इस संगठन के तार जुड़े होने की आशंका पर बल पड़ गया है। जांच टीम प्रयागराज और बहराइच लेकर संदिग्ध का पूरा ब्योरा जुटा रही है। बहरहाल, स्थितियां जब तक स्पष्ट नहीं हो जाती तब खुफिया विभाग कुछ भी खुलकर बोलने से बच रहा है।
दरअसल, देश में नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए लागू हुआ है तभी से देश भर में विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू है। इसमें कई लोग हताहत भी हुए। सरकार के लाख प्रयास के बावजूद विरोध का स्वर बंद नहीं हुआ। हालात तो यह हुए कि प्रदर्शनों ने हिंसात्मक रूख अख्तियार कर लिया। इसी दौरान खुफिया एजेंसियों को इस प्रदर्शन के पीछे एक संगठन पीएफआइ यानी पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया की भूमिका हाथ लगी है। इसी कड़ी में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शिकंजा कसे जाने के बाद प्रदेश के कई जिलों में पुलिस ने संगठन के सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान घोरावल क्षेत्र निवासी एक युवक की भी इस मामले में संदिग्धता सामने आई है। चूंकि संदिग्ध की पढ़ाई-लिखाई लंबे समय तक बहराइच जनपद में हुई है। और इस दौरान संगठन से जुडऩे की सूचना खुफिया विभाग को मिली है।
अहम सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसी ऐसे सुराग मिले हैं जिससे अभी तक यही स्पष्ट हो रहा है कि युवक संगठन का सक्रिय सदस्य है। जांच टीम इसी चिंगारी के जरिए प्रयागराज में रहकर एसएससी की तैयारी करने वाले युवक को पकडऩे की तैयारी में है। बहरहाल, मामला जब तक पुख्ता नहीं हो जाता तबतक पुलिस हाथ लगाने से बच रही है। वहीं कोचिंग सेंटर के संचालक से भी इस संबंध में पूछताछ की गई है।
शांतिपूर्ण तरीके से ही हुआ है विरोध
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में और समर्थन में जिले भर में विविध आयोजन हुए। हालांकि इस बीच समर्थन ज्यादा और विरोध कम हुआ। बता दें कि जिन लोगों ने यहां सीएए का विरोध किया वह शांतिपूर्ण तरीके से किया। यहां किसी तरह की हिंसा, आगजनी या घटना नहीं हुई। पुलिस-प्रशासन की सक्रियता के कारण कभी भी माहौल नहीं बिगडऩे पाया। फिर भी पुलिस विभाग और खुफिया तंत्र इसको लेकर सतर्क है।
पुलिस व खुफिया विभाग हर गतिविधि के बारे में कर रहा पड़ताल
पीएफआइ का सक्रिय सदस्य या सदस्यों के संपर्क में जिले के किसी के रहने की कोई जानकारी अभी तक नहीं मिली है। फिर भी हम पूरी तरह से सतर्क हैं। पुलिस व खुफिया विभाग हर गतिविधि के बारे में पड़ताल कर रहा है।
- आशीष श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक।