Azamgarh में पीसीएफ में 3000 टन यूरिया प्रेषण में धांधली, 14 पर एफआइआर दर्ज
यूरिया उर्वरक की कालाबाजारी की पुष्टि होने के बाद साधन सहकारी समितियों के तीन सचिव तीन निजी लाइसेंसी उर्वरक विक्रेता और आठ किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी।
आजमगढ़, जेएनएन। जिले में पिछले दिनों यूरिया उर्वरक की कालाबाजारी की पुष्टि होने के बाद साधन सहकारी समितियों के तीन सचिव, तीन निजी लाइसेंसी उर्वरक विक्रेता और आठ किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई थी। जब पीसीएफ में 3000 टन यूरिया प्रेषण (भेजने) में धांधली का मामला संज्ञान में आया है। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सहकारिता विभाग की तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है, जांच की कार्रवाई में जुट गई है।
एआर कोआपरेटिव रामकिंकर द्विवेदी ने बताया कि जिला प्रबंधक पीसीएफ द्वारा दी गई सूचना के अनुसार पीसीएफ द्वारा पैक्स को 8542 टन एवं अन्य को 5532 टन यूरिया प्रेषण दिखाया गया है। एआर कोआपरेटिव ने बताया कि चार सितंबर को सहायक विकास अधिकारी सहकारिता और अपर जिला सहकारी अधिकारी के साथ बैठक हुई थी, जिसमें पाया गया कि पीसीएफ द्वारा लगभग 3000 यूरिया का प्रेषण समितियों को नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट है कि चालू खरीफ अभियान में यूरिया प्रेरण में पीसीएफ द्वारा धांधली की गई है, जिसकी जांच कराया जाना आवश्यक है। चालू खरीफ अभियान में यूरिया 14074 टन प्रेषण किन-किन उर्वरक बिक्री केंद्रों पर कितनी-कितनी मात्रा में किया गया है, की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।
जांच टीम में ये अधिकारी शामिल
प्रकरण की जांच के लिए अपर जिला सहकारी अधिकारी अब्दुल हसन अध्यक्ष एवं अपर जिला सहकारी अधिकारी (तहसील प्रभारी लालगंज) शिव प्रकाश यादव और इलियास अहमद(सीओ) को सदस्य नामित किया गया है। एआर कोआपरेटिव ने कार्यालय में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया जाएगा
विभाग के नक्शा के अनुसार रिपोर्ट दी गई थी। बैठक के दौरार प्रस्तुत रिपोर्ट में एआर कोआपरेटिव को कुछ संदिग्ध प्रतीत हो रहा था। जांच टीम आई थी। उन्हें कुछ अभिलेख उपलब्ध करा दिए गए हैं। शेष एक सप्ताह में प्रस्तुत कर दिया जाएगा।
-विवेक कुमार यादव, जिला प्रबंधक, पीसीएफ।