रेत से कलाकृति बनाकर बलिया के युवक ने रेल हादसे में मृतकों को दी श्रद्धांजलि
पंजाब के जोड़ा फाटक में रावण के पुतला दहन के दौरान हुए रेल हादसे में मृत लोगों को श्रद्धांजलि खरौनी निवासी युवक रुपेश सिंह ने रेत पर आकृति उकेर कर दिया है।
बलिया (जेएनएन) । बांसडीह में रेत के कलाकार ने एक बार फिर संवेदनाओं को रेत पर उकेरा है। पंजाब के जोड़ा फाटक में रावण के पुतला दहन के दौरान हुए रेल हादसे में मृत लोगों को श्रद्धांजलि स्थानीय थाना क्षेत्र के खरौनी निवासी युवक रुपेश सिंह ने रेत पर आकृति उकेर कर दिया है। जिसे देख लोगों ने इस सैंड कलाकार की तत्कालिक घटनाओं पर रेत के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति प्रकट कर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।
दे चुके हैं और भी कलाकृतियों को आकार
इसके पूर्व भी कलाकार कवि गोपाल दास नीरज, भारत रत्न अटलबिहारी बाजपेयी के निधन पर रेत पर आकृति उकेर कर श्रद्धांजलि अर्पित कर चुके हैं। संसद में रेत पर बनाए संसद में राजनीति की झप्पी की काफी सराहना हो चुकी है वहीं कृष्ण जन्माष्टमी की मूर्ति जिनमे केरल वाढ़ पीडितों को सहायता का संदेश, पर्यावरण के लिए खतरे पर बने प्लास्टिक के प्रयोग से मनाही भी खासी चर्चा बटोर चुके हैं। साहित्यकार पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सहित अन्य रेत से बनाये गये कलाकृतियो के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति जाहिर कर प्रशंसा बटोर चुके हैं।
बलिया का नाम कर रहे रोशन
अपनी कला के माध्यम से स्थानीय तहसील के खरौनी निवासी युवा कलाकार एंव काशी विद्यापीठ में बीएफए के छात्र रूपेश कुमार सिंह ने हर मौके पर त्वरित अभिव्यक्ति से रेत पर बनी कलाकृतियों के माध्यम से लोगों को अवगत और जागरुक कराते रहते हैं। शुक्रवार को भी अपने गांव खरौनी में पंजाब के जोड़ा फाटक में हुए रेल हादसे में मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त किया है। जिसने भी इसे देखा सराहना कर रहा है। कलाकार रूपेश कुमार सिंह ने अपनी प्रतिभा के माध्यम से यह साबित कर दिया है कि अगर मन में दृढ़ विश्वास और लगन हो तो सीमित संसाधन भी बाधा नही बनते हैं। इनके कलाकृतियों के माध्यम से बलिया जनपद का नाम देश भर में रोशन हो रहा है।