वाराणसी में पंचायत चुनाव परिणाम : ग्राम प्रधान का परिणाम घोषित, तीनों सीट पर महिलाओं का कब्जा
पंचायत के रिक्त ग्राम प्रधान के तीन सीट चिरईगांव ब्लाक के सिरिस्ति पिंडरा के नंदापुर व चोलापुर के छित्तमपुर का परिणाम घोषित हो गया है। सिरिस्ति से कुसुमनंदापुर से प्रेमशीला व छित्तमपुर से सपना विजयी घोषित की गई। चिरईगांव सेक्टर 4 सीट के लिए वोटों की गिनती जारी है।
वाराणसी, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत के रिक्त ग्राम प्रधान के तीन सीट चिरईगांव ब्लाक के सिरिस्ति, पिंडरा के नंदापुर व चोलापुर के छित्तमपुर का परिणाम घोषित हो गया है। सिरिस्ति से कुसुम, नंदापुर से प्रेमशीला व छित्तमपुर से सपना सिंह विजयी घोषित की गई है। दूसरी तरफ चिरईगांव ब्लाक के सेक्टर 4 सीट के लिए वोटों की गिनती जारी है।
वोटों की गिनती सुबह आठ बजे ब्लाकों पर शुरू हुई। ग्राम प्रधान पद के लिए चोलापुर के छित्तमपुर में सपना सिंह सर्वाधिक 858 वोट पाकर विजयी रहीं। प्रतिद्वंद्वी शिल्पी 539 व लीलावती 505 वोट प्राप्त की। सबसे कम वोट दस वोट शीला की झोली में आए। इसी प्रकार पिंडरा के नंदापुर में प्रेमशीला 430 वोट पाकर विजयी रहीं। निकटतम प्रतिद्वंद्वी गीता देवी 412 वोट, चंदन 122 , निर्मला 281 वोट प्राप्त कर सकीं। चिरईगांव ब्लाक के सिरिस्ति में ग्राम प्रधान की सीट पर सर्वाधिक 990 वोट पाकर कुसुम ने बाजी मारी। प्रतिद्वंद्वी बिंदु सिर्फ 235 व धर्मशीला मात्र नौ वोट पा सके।
मतगणना के लिए ब्लाकों पर सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। विजयी प्रत्याशियों को आरओ की ओर से सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया है। कोविड गाइडलाइन का भी पूरी तरह अनुपालन कराया जा रहा है। विजयी प्रत्याशियों को जुलूस निकलाने पर रोक लगा दी गई। ग्राम पंचायत सदस्य के 209 रिक्त पदों में से दर्जनों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। शेष के घोषित करने की तैयारी है।
जिला पंचायत सदस्य के एक मात्र रिक्त सीट चिरईगांव ब्लाक के सेक्टर चार पर चुनाव हुआ था। आरक्षित एससी महिला सीट पर 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। इन सभी का भाग्य का फैसला एक घंटे में हो जाएगा। चिरईगांव ब्लाक के सेक्टर -4 के रिक्त जिला पंचायत सदस्य की सीट पर सपा समर्थित नीलम सोनकर 4914 वोट पाकर विजयी रहीं। प्रतिद्वंद्वी भाजपा समर्थित रामदुलारी मात्र 1816 वोट ही पा सकीं। हालांकि इस सीट को जीतने के लिए दोनों पार्टियों की ओर से जी जान से प्रयास किए गए थे लेकिन भाजपा बूथ तक वोट पहुंचाने में सफल नहीं रही। लिहाजा सपा कामयाब रही।