राहगीर को रास्ता देने के आदेश पर उलझ गए पीएसी के जवान
सीएम की मौजूदगी में राहगीर को रोकने को लेकर पीएसी वाले कैंट इंस्पेक्टर से उलझ गए।
वाराणसी : अभी तक आपने आमजन और पुलिस के बीच किचकिच देखा और सुना होगा मगर जब वर्दीधारी ही एक-दूसरे से टकराने लगेंगे तो किरकिरी तो होगी ही। कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को दोपहर में सर्किट हाउस में सीएम योगी की मौजूदगी के दौरान बाहर दिखा। अपराह्न करीब तीन बजे मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में भाजपा पदाधिकारियों की बैठक ले रहे थे, उसी दौरान बाइक सवार युवक को सुरक्षा के नाम पर आगे जाने से रोक दिया गया। हंगामा होता देख मौके पर कैंट इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय पहुंचे और उन्होंने बाइक सवार को रास्ता देने को कहा। यह बात पीएसी जवानों ने प्रतिष्ठा से जोड़ हंगामा शुरू कर दिया। बाद में एसपी क्राइम ज्ञानेंद्रनाथ के समझाने पर जवान शांत हुए।
अक्सर देखने में आता है कि पीएम व सीएम की सुरक्षा का हवाला देते हुए पुलिस व पीएसी के जवान आम लोगों को प्रताड़ित करते रहते हैं। इस बाबत शासन ने पिछले दिनों आदेश दिया था कि गलत तरीके से सुरक्षा के नाम पर किसी को परेशान न किया जाए, इसके बाद पुलिसकर्मियों ने लचीला रुख अख्तियार कर लिया है। इसका नजारा भी बुधवार को दिखा जब पीएसी जवान द्वारा बाइक सवार को रोका गया तो कैंट इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और जाने देने को कहा। इस पर पीएसी जवान हंगामा मचाना शुरू कर दिए। सीओ कोतवाली बृजनंदन राय, सीओ कैंट राकेश कुमार नायक व इंस्पेक्टर सिगरा सतीश कुमार सिंह भी उन्हें काफी मनाने का प्रयास करते रहे लेकिन वे किसी की सुनने को तैयार नहीं दिखे। हालात तो तब और खराब हो गए जब वे ड्यूटी से हट पुलिस अधिकारियों से उलझने लगे। सर्किट हाउस तक आवाज पहुंचने पर एसपी क्राइम मौके पर पहुंचे पीएसी जवानों को सीएम की मौजूदगी की दुहाई देते हुए शांत कराया।