कांग्रेस घोषणा-पत्र पर कार्यकर्ताओं संग मंथन करने वाराणसी पहुंचे पी. चिदंबरम
चिदंबरम महमूरगंज स्थित अजमत पैसेल (मोती झील) में प्रबुद्धजनों से संवाद करेंगे ताकि इसमें उभरकर निकले प्रमुख बिंदुओं को घोषणा-पत्र में शामिल किया जा सके।
वाराणसी, जेएनएन। हिंदी भाषा के तीन बड़े राज्यों में सरकार बनाने में सफल रही कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए तैयारी जुट गई है। 12 जनवरी को पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस घोषणा-पत्र समिति के चेरयमैन पी चिदंबरम का बनारस दौरे पर पहुंचे। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस घोषणा-पत्र समिति 'जन आवाज' के अध्यक्ष पी. चिदंबरम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को अंडर स्टीमेट नहीं किया जा सकता है। प्रदेश में आज भी पार्टी बहुत मजबूत है। उत्तर प्रदेश के अंदर लोकसभा का चुनाव अकेले लडऩे में कांग्रेस समक्ष हैं। सपा-बसपा गठजोड़ का एलान चुनाव पूर्व राजनीतिक गठबंधन का आखिरी फैसला नहीं है।
महमूरगंज स्थित अजमत पैसेल (मोती झील) में शनिवार को आयोजित जन आवाज संवाद कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता में पी. चिदंबरम ने समाजवादी व बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठबंधन में कांग्रेस को अलग रखने पर तीखा बोलते हुए दूसरा नया गठबंधन बनने का संकेत दिया। कहा कि देश में होने जा रहा लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आने लगेगा, राजनीतिक गठबंधन का और नया स्वरूप उभरकर सामने आएगा। कहा कि हमारा मकसद भाजपा को हराना है। इस मुद्दे पर देश की सभी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय धर्म निरपेक्ष, उदारवादी व प्रगतिशील राजनीतिक पार्टियों को एक मंच पर आना होगा। राफेल रक्षा सौदा के सवाल पर पी. चिदंबरम ने कोई उत्तर नहीं दिया। नो कमेंट्स कहते हुए वार्ता को आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के साथ गठबंधन की संभावना बन रही है, उसमें धर्म निरपेक्ष पार्टियां एकजुट हो रही हैं जो लोकसभा चुनाव में भाजपा के समक्ष बड़ी चुनौती बनेंगी। उनको हर मोर्चे पर हराएंगी। इससे पहले की पी. चिदंबरम कुछ अन्य सवालों का जवाब देते, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सेल्फी लेने को होड़ मचा दी जिससे कुछ समय के लिए भगदड़ की स्थिति बन गई।