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अस्‍सी घाट पर महामना की जीवन यात्रा विषयक अभिलेख एवं छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन

कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त पूर्व छात्रों के साथ सुबह ए बनारस के सदस्य एवं बड़ी संख्या में शोधार्थी तथा जिज्ञासु लोगों ने कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 25 Dec 2021 03:26 PM (IST)Updated: Sat, 25 Dec 2021 03:26 PM (IST)
अस्‍सी घाट पर महामना की जीवन यात्रा विषयक अभिलेख एवं छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन
महामना पं मदन मोहन मालवीय की जीवन यात्रा विषयक पर अभिलेख एवं छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। आजादी का अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव के अंतर्गत महामना पं मदन मोहन मालवीय जयंती के अवसर पर आज क्षेत्रीय अभिलेखागार द्वारा अस्सी घाट, वाराणसी में महामना पं मदन मोहन मालवीय की जीवन यात्रा विषयक पर अभिलेख एवं छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, डॉ. राजेश्वर आचार्य एवं डॉ. दुर्ग सिंह चौहान द्वारा मालवीय जी के चित्र पर माला फूल अर्पित कर की गई।

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अभिलेख प्रदर्शनी : इस अवसर आयोजित अभिलेख प्रदर्शनी दो भागों में विभाजित रही। प्रथम भाग में मालवीय जी से संबंधित अभिलेखों को प्रस्तुत किया गया जिसमें मालवीय जी द्वारा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में द्वितीय दीक्षांत समारोह में दिया गया भाषण भी प्रदर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान मालवीय जी द्वारा स्थापित अभ्युदय पत्रिका की प्रतियां, मालवीय जी की गांधी जी को बचाने की अपील, कुलपति के रूप में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में जलापूर्ति हेतु कमिश्नर बनारस मंडल को लिखा पत्र, हिंदी के सुपरिचित रचनाकार महावीर प्रसाद द्विवेदी को अभ्युदय में लेख भेजने के लिए लिखा पत्र, छात्रों को नैतिक जीवन के लिए दिए गए संदेश एवम मालवीय जी को प्रिय सुभाषित आदि अभिलेख प्रमुख रहे।

छायाचित्र प्रदर्शनी द्वितीय भाग मालवीय जी से संबंधित छायाचित्र पर आधारित रहा। इसमें मालवीय जी के चित्र, उनके परिवारी जनों के चित्र और प्रसिद्ध विद्वानों के साथ के चित्र लोकर्षण का केंद्र रहे। इस अभिलेख एवं चित्र प्रदर्शनी का संयोजन डॉ. हरेन्द्र नारायण सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त पूर्व छात्रों के साथ, सुबह ए बनारस के सदस्य एवं बड़ी संख्या में शोधार्थी तथा जिज्ञासु लोगों ने कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत तथा सम्पूर्ण कार्यक्रम का निर्देशन डॉ. सुभाष चंद्र यादव, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी, वाराणसी के द्वारा किया गया।


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