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Good News : नामी कंपनी खरीदेगी चंदौली जिले का काला चावल, पांच टन सैंपल मंगाया

चावल की देश-विदेश में बिक्री करने वाली नामी कंपनी (लाल महल) जिले का काला चावल खरीदेगी। उद्योग विभाग से संपर्क कर चावल का पांच टन सैंपल मंगाया है। शुक्रवार को सैंपल भेज दिया गया। जल्द ही आगे की डील भी फाइनल हो जाएगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 07:30 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 07:30 AM (IST)
Good News : नामी कंपनी खरीदेगी चंदौली जिले का काला चावल, पांच टन सैंपल मंगाया
काला चावल की खेती करने वाले किसानों को अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद जग गई है।

चंदौली, जागरण संवाददाता। चावल की देश-विदेश में बिक्री करने वाली नामी कंपनी (लाल महल) जिले का काला चावल खरीदेगी। उद्योग विभाग से संपर्क कर चावल का पांच टन सैंपल मंगाया है। शुक्रवार को सैंपल भेज दिया गया। जल्द ही आगे की डील भी फाइनल हो जाएगी। ऐसे में काला चावल की खेती करने वाले किसानों को अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद जग गई है।

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जिले में लगभग 500 हेक्टेयर में काला चावल की खेती हुई है। जिला प्रशासन किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रयासरत है। वहीं कई कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है। चावल का देश-विदेश निर्यात करने वाली नामी कंपनी लाल महल ने काला चावल खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। फिलहाल पांच टन चावल सैंपल के तौर पर मंगाया है। यदि चावल कंपनी के मानकों पर खरा उतरा तो सभी किसानों की उपज खरीद लेगी। कंपनी की डिमांड पर उद्यम प्रोत्साहन केंद्र और चंदौली काला चावल समिति की ओर से मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी से ट्रक में लदवाकर पांच टन सैंपल भेज दिया गया। जल्द ही डील फाइनल होने की उम्मीद है। उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा ने बताया कि कंपनी की डिमांड पर पांच टन सैंपल भेजा गया है। चावल कंपनी के मानकों पर खरा उतरा तो डील फाइनल हो सकती है।

गुणवत्ता की कसौटी पर खरा है काला चावल : काला चावल में डाइटरी फाइबर, जिंक, विटामिन, आयरन व एंटी आक्सीडेंट (एंथ्रोसाइनिन) भरपूर मात्रा में मौजूद है। सेंटर आफ फूड टेक्नोलाजी प्रयागराज, इंडियन इंस्टीट्यूट आप राइस रिसर्च हैदराबाद, इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट वाराणसी ने काला चावल में औषधीय गुणों की पुष्टि की है। इसे जीआइ टैग (भौगोलिक संकेतक) प्राप्त करने वाला पहला कृषि उत्पाद है।

काला चावल समिति पर ब्रांडिंग व मार्केटिंग की जिम्मेदारी : काला चावल की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए समिति का गठन किया गया है। पंजीकृत समिति किसानों व कंपनियों के बीच सेतु का काम कर रही है। उत्पाद की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के साथ ही किसानों को अधिक कीमत दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि कृषि प्रधान जनपद में काला चावल की खेती का रकबा बढ़ सके।

काला धान  :

- 500 किसानों ने की है काला धान की खेती।

- 600 क्विंटल काला धान का हुआ उत्पादन।

- 350 क्विंटल धान चंदौली काला चावल समिति ने खरीदा।

- 03 साल से जिले में काला धान की हो रही खेती।

- 50 क्विंटल धान सैंपल के तौर पर कंपनी को भेजा।

- 01 हजार हेक्टेयर तक खेती का रकबा बढ़ाने का लक्ष्य।


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