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GOOD NEWS: अब बीएचयू में वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी वायवा दे सकेंगे शोधछात्र

वाराणसी स्थित बीएचयू में अब शोध छात्र वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी मौखिक परीक्षा दे सकेंगे। ऐसे में अब उन्हें किसी की जी हुजूरी नहीं करनी पड़ेगी।

By Edited By: Published: Fri, 21 Dec 2018 02:45 PM (IST)Updated: Fri, 21 Dec 2018 05:11 PM (IST)
GOOD NEWS: अब बीएचयू में वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी वायवा दे सकेंगे शोधछात्र
GOOD NEWS: अब बीएचयू में वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी वायवा दे सकेंगे शोधछात्र

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। शोध छात्रों का शोषण अब काफी हद तक बंद हो जाएगा। यह संभव बनाएगी वीडियो कान्फ्रेंसिंग। इससे शोध छात्रों का वायवा जहां समय पर होगा, वहीं इसके लिए शोध छात्र-छात्राओं को अब हेड की जी-हुजूरी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। न ही रिसर्च स्कॉलर को गाइड के लिए भी इंतजार करना पड़ेगा। इन सभी परेशानियों से अब छुटकारा मिलने वाला है। एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय बीएचयू में शोध प्रक्रिया का सरलीकरण करने की पहल शुरू हुई है।

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नई व्यवस्था के अनुसार शोध पूरा होने पर भी परीक्षक के समय से यहां नहीं आ पाने की स्थिति में वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी वायवा कराया जा सकेगा। शोध छात्र को अपना गाइड चुनने की भी छूट होगी। इसे कार्यकारिणी परिषद से हरी झंडी मिल गई है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सभी कोर्सो में करीब 32 हजार विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। यहां के पांच संस्थानों के 16 संकायों सहित विभिन्न कालेजों में करीब चार हजार छात्र रिसर्च करते हैं।

समय से मिलेगी प्रोविजनल डिग्री : डिप्टी रजिस्ट्रार (एकेडमिक) डा. पीके सिन्हा ने बताया कि नई व्यवस्था लागू हो जाने के बाद अगर कोई आपत्ति नहीं रही तो शोध छात्र को समय से प्रोविजनल डिग्री मिल जाएगी। विशेष परिस्थिति में वीडियो कांफ्रेंसिंग का भी विकल्प रहेगा। पहले इसके लिए आरडीसीयू (रिसर्च डिग्री कमेटी ऑफ दी यूनिवर्सिटी) की बैठक करनी पड़ती थी, जिससे देरी की आशंका बनी रहती थी। हर माह 60 से अधिक शोध: बीएचयू में हर माह 60 से अधिक शोध कार्य पूरा होते हैं। अक्सर ही शोध छात्रों द्वारा अधिकारियों पर परेशान करने के भी आरोप लगते रहे हैं। रिसर्च कमेटी के चेयरमैन संबंधित विभाग का हेड रहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने यह पहल की है। गत माह आयोजित कार्यकारिणी की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल गई।


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