बीएचयू में रेजिडेंट्स ने इमरजेंसी सेवाओं से भी खुद को किया अलग, आपरेशन टले
वाराणसी के बीएचयू अस्पताल व ट्रामा सेंटर में रेजिडेंट्स के काम पर न आने से मरीजों को समस्या हो रही है, इसकी वजह से लोगों को काफी दुश्वारी भी झेलनी पड रही है।
वाराणसी, (जेएनएन) । बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल और ट्रामा सेंटर में जूनियर व सीनियर रेजिडेंट्स के काम पर न आने की वजह से चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है। कल तक जहा अराजक माहौल के बीच भी ओपीडी में 3699 मरीज देखे गए थे वहीं बुधवार की दोपहर तक मात्र 600 पर्ची कटी। उधर, वार्डो में भी मरीजों की देखरेख की व्यवस्था में कमी आई है। सभी तरह के रूटीन आपरेशन ठप हो चुके हैं, सिर्फ गंभीर मरीजों के लिए ही आपरेशन थियेटर चल रहे हैं। रेजिडेंट्स को काम पर लौटाने के लिए सुबह से कई चरण की वार्ता उनके और बीएचयू प्रशासन के बीच हो चुकी है।
अब जिला प्रशासन की तरफ से डीएम व एसएसपी भी चिकित्सा अधीक्षक के साथ बैठक कर रहे हैं। बता दें कि सुरक्षा व्यवस्था की माग को लेकर रेजिडेंट्स ने इमरजेंसी सेवा से भी खुद को अलग कर रखा है। उन्होंने इमरजेंसी सहित सभी तरह की चिकित्सा व्यवस्था को ठप करने के लिए 24 घटे का अल्टीमेटम दिया है जिसकी मियाद बुधवार की देर शाम पूरी होगी। फोर्स की मौजूदगी में खाली कराया जा रहा हॉस्टल दो दिनों तक परिसर में चले बवाल के मद्देनजर बीएचयू प्रशासन ने बिड़ला, रुइया, धन्वंतरि और लाल बहादुर शास्त्री हॉस्टल के सभी सातों विंग को खाली करने के आदेश जारी कर दिए थे।
आदेश के क्रम में सुबह से ही छात्रों द्वारा हॉस्टल खाली किए जाने का क्रम शुरू हो गया है। सर्च अभियान और हॉस्टल को पूरी तरह से खाली कराने के लिए जिला प्रशासन फोर्स के साथ वहा पहुंच चुका है। छात्रों द्वारा बार-बार यही कहा जा रहा है कि चंद बवाली लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय प्रशासन सभी छात्रों पर ज्यादती कर रहा है।