वाराणसी में गंगा नहाने गया इकलौता मूक बधिर बेटा डूबा, गोताखोरों की मदद से पुलिस कर रही तलाश
वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के नैपुरा कला का रहने वाला 11 वर्षीय किशोर वीरेंद्र कुमार शुक्रवार की दोपहर गंगा नहाने गया और उसके बाद नहीं लौटा।
वाराणसी, जेएनएन। लंका थाना क्षेत्र के नैपुरा कला का रहने वाला 11 वर्षीय किशोर वीरेंद्र कुमार शुक्रवार की दोपहर गंगा नहाने गया और उसके बाद नहीं लौटा। पिता विनोद कुमार ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर करीब दो बजे घर से साइकिल से निकला था और शाम तक नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू की। खोजते हुए घाट की तरफ गए जहां गंगा से एक किमी पहले साइकिल मिली और गंगा किनारे कपड़ा और चप्पल दिखा। काफी खोजबीन के बाद नही मिला। रात में पुलिस को सूचना दी लेकिन रात होने के कारण खोजबीन नही हो पाई। शनिवार की सुबह इंस्पेक्टर लंका महेश पांडेय, रमना चौकी प्रभारी कश्यप सिंह के साथ मौके पर पहुंचे और गोताखोर बुलाकर जाल डलवाए तथा काफी खोजबीन के बाद भी पता नही चल पाया। पुलिस के अनुसार गंगा बहाव के कारण किशोर काफी दूर निकल गया होगा, इसलिए शव बरामद नहीं हो सका।
पहले पत्नी, फिर इकलौते बेटे ने छोड़ दिया साथ
गांव के ही टेंट हॉउस में काम करके परिवार का जीविकोपार्जन करने वाले विनोद कुमार का इकलौते बेटे की मौत के बाद रो-रो कर बुरा हाल था। विनोद ने बताया कि सात साल पहले पारिवारिक विवाद के कारण पत्नी ने आग लगाकर खुदकुशी कर ली थी। अब एक बेटा जो साथ था वो भी चला गया। इसके अलावा दो छोटी बेटी लवली और बबली हैं। विनोद की एक आंख खराब है जबकि बेटा मूक बधिर है। बेटा पास के ही सरकारी स्कूल में पढऩे जाता था। गंगा किनारे आसपास के लोगों की काफी भीड़ थी।