रेल यात्रियों का आकर्षण खिंचेगा ' एक स्टेशन एक उत्पाद ', वाराणसी कैंट स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर एक पर तैयार हुआ नवनिर्मित कियास्क
One Station One Product वाररणसी कैंट स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर एक पर नवनिर्मित कियास्क को स्थपित कर दिया गया है। इसे प्रभावी बनाने के लिए वेंडरों के कियास्क (स्टॉल) को अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान ने डिजाइन किया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी: परंपरागत उत्पाद को प्रोत्साहित करने और हस्त शिल्पियों को बेहतर मंच प्रदान करने की दिशा में रेलवे स्टेशनों पर खुले ' एक स्टेशन एक उत्पाद ' स्टॉल अब यात्रियों को और भी आकर्षित करेंगे। वाररणसी कैंट स्टेशन स्थित प्लेटफार्म नंबर एक पर नवनिर्मित कियास्क को स्थपित कर दिया गया है।
इसे प्रभावी बनाने के लिए वेंडरों के कियास्क (स्टॉल) को अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान ने डिजाइन किया है। ख़ास बात यह है कि कियास्क के निर्माण और उसकी लागत का पूरा खर्च रेलवे प्रशासन ही वहन किया है।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ' एक स्टेशन एक उत्पाद ' को और प्रभावी तरीके से लागू करने की तैयारी है। ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को जोड़ने के लिए रेलवे प्रशासन ' जिला उद्योग केंद्र ' की मदद ले रहा है। जहां पंजीकृत हस्त शिल्पियों को स्वर्णिम अवसर का लाभ मिल सके। इसके अलावा वेंडरों को एक मॉडल कियास्क (स्टॉल) देने की योजना है। जहां शिल्पकार अपने उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे।
बनारस स्टेशन को मिला पहला कियास्क
बनारस स्टेशन (मंडुआडीह स्टेशन) पर पहला कियास्क ( स्टॉल) तैयार हो चुका है। जहां आजमगढ़ की प्रसिद्ध ' ब्लैक पॉटरी ' उत्पादों की बिक्री हो रही है। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक मिश्रा ने निरीक्षण के दौरान स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार स्थित इस स्टॉल की डिजाइन देख प्रसन्नता जताई थी। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल में चयनित 101 स्टेशन पर ऐसे ही कियास्क तैयार करने की योजना है। इसी प्रकार उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में चिन्हित 97 स्टेशनों पर भी योजना के लाभार्थियो को कियास्क दिया जाएगा।
' एक स्टेशन एक उत्पाद' के लाभार्थियों को रेलवे की तरफ से कियास्क दिया जा रहा है
' एक स्टेशन एक उत्पाद' के लाभार्थियों को रेलवे की तरफ से कियास्क दिया जा रहा है। जिसे अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान ने डिजाइन किया है।
- सुरेश कुमार सपरा, डीआरएम उत्तर रेलवे लखनऊ।