बजरडीहा भगदड़ में गिरफ्तार चार में एक आरोपित के पिता ने सदमे में तोड़ा दम, पुलिस ने पुत्र को पिता के सामने नहीं लाया
बजरडीहा भगदड़ में गिरफ्तार चार आरोपितों में से एक के पिता ने सदमे में दम तोड़ दिया।
वाराणसी, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बजरडीहा में 20 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान उपद्रव व पथराव करने के आरोप में 21 दिसंबर को गिरफ्तार मोहम्मद नसीम के पिता सलीम की रविवार की देर रात को मौत हो गई। उन्हें सोमवार को बजरडीहा स्थित जख्खा कब्रिस्तान में सिपुर्द-ए-खाक किया गया।
20 दिसंबर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बजरडीहा में सीएए के विरोध में प्रदर्शन करते हुए हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने जुलूस निकाला था।
जुलूस को छाई के पास पुलिस ने रोक दिया था। ऐसे में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। इससे भगदड़ मच गई थी। उस दौरान 12 वर्षीय किशोर की मौत हो गई थी। पुलिस ने वीडियों व फोटो के बाद उपद्रवियों के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर चार उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें 30 वर्षीय बजरडीहा (मुर्गिया टोला ) निवासी नसीम भी शामिल था। परिजनों के अनुसार नसीम के पिता 50 वर्षीय सलीम उसी दिन से अपने बड़े बेटे के लापता होने का अंदेशा जताते हुए उसे सामने लाने की बात बार-बार कर रहे थे। परिजनों के अनुसार नसीम के सामने नहीं लाए जाने पर उन्हें सदमा लगा और रविवार को मौत हो गई। परिवार में नसीम सबसे बड़ा है। मृत मोहम्मद सलीम की पत्नी खुशबुन्निसा की सात वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। सलीम मदनपुरा के लाल कोठी स्थित एकसाड़ी प्रतिष्ठान में मजदूरी का काम करते थे। उनके अन्य चार बेटे अंसार, निसार, इम्तियाज और इश्तियाख हैं। परिजनों के अनुसार बड़ा बेटा नसीम में बुनकरी का कार्य कर घर के खर्च में हाथ बंटाता था।