आजमगढ़ में आपसी विवाद में चली गोलियां, एक व्यक्ति की मौत, पत्नी व पुत्री घायल
आजमगढ जिले के तरवां थाना क्षेत्र के अवनी गांव में रविवार देर रात आपसी विवाद में चलीं गोलियां तो तीन लोग घायल हो गए जिसमें एक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
आजमगढ़ (जेएनएन) । तरवां थाना क्षेत्र के अवनी गांव में विवादित भूमि पर चहारदीवारी के निर्माण को लेकर हुए विवाद में रविवार की रात को दो पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ। पथराव में जहां दूसरे पक्ष के तीन लोग घायल हो गए। वहीं घायल पक्ष की ओर से की गई ताबड़तोड़ फायङ्क्षरग में गोली लगने से प्रथम पक्ष के हैबतपुर डुभाव सहकारी समिति के पूर्व सरपंच की मौत हो गई। जबकि मृत व्यक्ति की पत्नी व पुत्री घायल गोली से घायल हो गई। मृत युवक की भाई की तहरीर पर पुलिस ने दूसरे पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसपी ने प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए पकड़ी चौकी प्रभारी व एक सिपाही को तत्काल प्रभाव में निलंबित कर दिया।
अवनी गांव निवासी 46 वर्षीय अत्रेय सिंह पुत्र हंसराज सिंह का अपने पड़ोसी राजेश सिंह पुत्र राम अवतार सिंह से घर के पास स्थित भूमि को लेकर काफी अर्से से विवाद चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कोर्ट से अत्रेय सिंह के पक्ष में ढाई माह पूर्व फैसला हुआ था, जिस पर दूसरे पक्ष ने स्थगन आदेश प्राप्त कर रखा है। उक्त विवादित भूमि पर अत्रेय सिंह पक्ष के लोग रविवार की सुबह चहारदीवारी का निर्माण करा रहे थे। दूसरे पक्ष ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर निर्माण कार्य रोकवाने की गुहार लगाई। जिस पर तरवां थानाध्यक्ष राजेश उपाध्याय स्वंय पुलिस फोर्स के साथ रविवार की शाम को मौके पर पहुंच कर निर्माण कार्य रोकवा दिया था। पुलिस के निर्माण कार्य रोकवाने तक दस फीट ऊंची दीवार का निर्माण हो चुका था। पुलिस ने अत्रेय के छोटे भाई मत्रेय सिंह व राजेश के बड़े भाई भागवत सिंह को हिरासत में लेकर थाने पर बैठा दिया था। रविवार की रात को लगभग बारह बजे दूसरे पक्ष के लोग निर्माणाधीन दीवार को गिरा रहे थे। तभी प्रथम पक्ष के लोग भी मौके पर आ गए। देखते ही देखते उनमें जमकर ईंट-पत्थर चलने लगे।
इस पथराव में दूसरे पक्ष के 65 वर्षीय विमला सिंह पत्नी राम अवतार, 39 वर्षीय सुमन सिंह पत्नी राजेंद्र सिंह व 25 वर्षीय गौतम सिंह पुत्र राजेश सिंह घायल हो गए। इस बीच घायल पक्ष ने असलहे से प्रथम पक्ष के ऊपर लक्ष्य कर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। जिससे गोली लगने से प्रथम पक्ष के अत्रेय सिंह व उनकी 44 वर्षीय पत्नी अनीता सिंह, 17 वर्षीय पुत्री शिखा सिंह घायल हो गई। गोली से गांव में अफरा तफरी मच गई। तीनों घायलों को परिजनों ने वाराणसी के बीएचयू में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान सोमवार की सुबह अत्रेय सिंह की मौत हो गई। मौत की सूचना पाकर एसपी रविशंकर छवि, एसपी ग्रामीण एनपी सिंह, सीओ लालगंज सच्चिदानंद के साथ कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। मृत अत्रेय के भाई मत्रेय की तहरीर पर पुलिस ने दूसरे पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। एसपी ने प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर पकड़ी चौकी प्रभारी सुरेश पांडेय, व सिपाही अरुण यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।