गैंगरेप में एक गिरफ्तार, दूसरे ने दी सरेंडर की अर्जी
वाराणसी : छावनी क्षेत्र स्थित होटल रेडिसन में बीते 27 मार्च को स्पाइस जेट एयरलाइंस की कस्टमर
वाराणसी : छावनी क्षेत्र स्थित होटल रेडिसन में बीते 27 मार्च को स्पाइस जेट एयरलाइंस की कस्टमर सर्विस एजेंट से गैंगरेप के मामले में कैंट पुलिस ने आरोपी आबिद को गिरफ्तार कर लिया है। होटल से जुड़ा आबिद ट्रैवल डेस्क का काम देखता है। सीसी फुटेज में उसको भी उस कमरे में जाते देखा गया है जिसमें पीड़िता के साथ गैंगरेप हुआ था। पुलिस ने फरार व एयरपोर्ट पर तैनात मुख्य आरोपी डा. आशुतोष अस्थाना की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी लेकिन नहीं मिले। पुलिस डाक्टर के दो करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
उधर, गैंगरेप के मामले में आरोपी ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी इंडोथाई के मैनेजर सत्येंद्र सिंह की ओर से समर्पण के लिए गुरुवार को सीजेएम कोर्ट में अर्जी दी गई है। अदालत ने इस मामले में कैंट इंस्पेक्टर से आख्या तलब की है। दौलतपुर (कैंट) के कमलानगर कालोनी निवासी सत्येंद्र कुमार की ओर से सीजेएम कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि कैंट पुलिस बार-बार उनके आवास पर जा रही है। परिजनों के पूछे जाने के बाद भी तलाश की कोई वजह नहीं बताई जा रही है। किसी भी प्रकरण में वाछित होने अथवा न होने के बाबत कैंट पुलिस से विस्तृत आख्या मंगाना आवश्यक तथा न्यायसंगत होगा। यदि वह किसी आरोप में वाछित है तो समर्पण के लिए तैयार हैं। इस प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए सीजेएम जेपी यादव ने 10 अप्रैल तक आख्या के लिए कैंट इंस्पेक्टर को आदेश दिया है।
सीसी फुटेज में दिखे आरोपी -
गैंगरेप पीड़िता को लेकर पुलिस गुरुवार को अदालत पहुंची और कलम बंद बयान दर्ज कराया। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। पुलिस के अनुसार पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट आ चुकी है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई जारी है। पुलिस ने होटल से सीसी फुटेज जब्त कर लिया है। सीसी फुटेज में आबिद, डा. अस्थाना व मैनेजर सत्येंद्र जाते दिख रहे हैं। पुलिस यह देख रही है कि जिस कमरे में पीड़िता को ले जाया गया था वहां और कौन लोग गए थे।
2012 से सुरक्षा नियमों से खिलवाड़ कर रहा था डाक्टर
हेरिटेज अस्पताल प्रबंधन की ओर से एयरपोर्ट पर तैनात किए गए गैंगरेप के आरोपी डा. आशुतोष अस्थाना वर्ष 2012 से सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। एयरपोर्ट प्रशासन भी इस मामले में कठघरे में है। पता चला है कि आरोपी डाक्टर को एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से कोई पास नहीं जारी किया गया था। सीआइएसएफ व एयरपोर्ट प्रबंधन में पैठ के कारण आरोपी डाक्टर टर्मिनल से लेकर एप्रन तक बिना रोकटोक के आता-जाता था। टर्मिनल भवन से एप्रन तक जाने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन पास जारी करता है।