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अब 'डायल-100' से दर्ज कराएं एफआइआर, थाने का चक्‍कर लगाने से मिल सकेगी मुक्ति

अब किसी भी पीडित को थाने का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, अपने तरह की अनूठी यूपी पुलिस की डायल100 से जुड़ी देश की पहली नई योजना में सुविधा जल्द मिलने लगेगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 01:48 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 01:48 PM (IST)
अब 'डायल-100' से दर्ज कराएं एफआइआर, थाने का चक्‍कर लगाने से मिल सकेगी मुक्ति
अब 'डायल-100' से दर्ज कराएं एफआइआर, थाने का चक्‍कर लगाने से मिल सकेगी मुक्ति

मीरजापुर [मनोज द्विवेदी] । वाहन चोरी, छिनैती, मारपीट जैसी सामान्य घटना से पीडि़त लोगों के लिए यह राहतभरी खबर है। सीधे वे डायल-100 मिलाएं, एफआइआर दर्ज कराएं। इसके लिए उन्हें अब थाने का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अपने तरह की अनूठी यूपी पुलिस की डायल-100 से जुड़ी देश की पहली नई योजना में सुविधा जल्द मिलने लगेगी। 

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जनपद में प्रतिदिन औसतन 400 से ज्यादा काल्स डायल-100 से की जाती हैं। ज्यादातर फोन सामान्य घटनाओं से जुड़े होते हैं। इंश्योरेंस आदि क्लेम के लिए पीडि़त को पुलिस एफआइआर की कापी चाहिए होती है। डायल-100 में सामान्य एफआइआर दर्ज कराने के लिए लोगों को थाने या पुलिस चौकी का चक्कर नहीं लगाना होगा। जल्द ही योजना का विस्तार गंभीर अपराधों तक किया जाएगा। 

योजना को और भी कारगर बनाने के उद्देश्य से 'डायल-100 फार एफआइआर' योजना शुरू की जा रही है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो देश में यह इस तरह की पहली योजना होगी। इससे पहले ई-एफआइआर की सफलता सामने आ चुकी है। जिस पर सामान्य चोरी की घटनाओं पर आनलाइन एफआइआर दर्ज हो जाती है और उसका ङ्क्षप्रट आउट शिकायतकर्ता ले सकते हैं। इसी तरह की डायल-100 एफआइआर योजना होगी। इसमें चोरी, वाहन चोरी, छिनैती, सामान्य मारपीट और माहौल खराब करने वाली गतिविधियों की एफआइआर फोन पर ही दर्ज की जा सकेगी। अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश स्वरूप पांडेय के अनुसार गाजियाबाद में इसके लिए दो महीने का पायलट प्रोजेक्ट चलाया गया जिसे अच्छा रिस्पांस मिला है। अब यह योजना जनपद में भी लागू कर दी जाएगी।

थाने-चौकी के चक्कर से मुक्ति : सामान्य घटनाओं की एफआइआर दर्ज कराने के लिए पीडि़तों को पुलिस चौकी और थानों के कई-कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। कुछ मामलों में तो पीडि़त थक-हारकर एफआइआर दर्ज कराने का प्रयास तक छोड़ देते हैं। ऐसे में यह योजना आम लोगों के लिए अच्छा काम करेगी और लोग आसानी से फोन या मोबाइल पर ही एफआइआर दर्ज करा सकेंगे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस योजना से कई तरह के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। 

दूर-दराज क्षेत्रवासियों को लाभ : जनपद में कई ऐसे इलाके हैं जहां से पुलिस चौकी या थाने की दूरी 20 किलोमीटर से भी ज्यादा है। सामान्यतया थाने कम से कम 10 किलोमीटर की दूरी पर हैं। ऐसे में अपनी समस्या या शिकायत के लिए लोग इतनी दूर जाने में भी हिचकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि एक बार थाने पर जाने से एफआइआर दर्ज नहीं होती तो पीडि़त दुबारा नहीं जाते। पुलिस भी इसका फायदा उठाती है और एफआइआर दर्ज न हो इसके लिए बार-बार पीडि़त को वापस भेज दिया जाता है। 

बोले अधिकारी : फिलहाल सामान्य घटनाओं वाहन चोरी आदि को इस श्रेणी में रखा जा रहा है। जल्द ही इसका विस्तार भी होगा। इस योजना के माध्यम से पुलिस ज्यादा एक्टिव होकर लोगों की मदद कर सकेगी। -शालिनी, पुलिस अधीक्षक, मीरजापुर।


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