दो माह में गाड़ियां नीलाम नहीं हुई तो परिवहन अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे
परिवहन विभाग की ओर से जिले के विभिन्न थानों में बंद गाड़ियां दो माह के अंदर हरहाल में नीलाम होगी। ऐसा न होने पर परिवहन अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे।
वाराणसी, जेएनएन। परिवहन विभाग की ओर से जिले के विभिन्न थानों में बंद गाड़ियां दो माह के अंदर हरहाल में नीलाम होगी। ऐसा न होने पर परिवहन अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे और उन्हें स्पष्टीकरण भी देना होगा। प्रमुख सचिव परिवहन के आदेश पर परिवहन अधिकारी थानों में बंद गाड़ियों की सूची बनाने में जुट गए हैं। अभी तक वाराणसी संभाग में 166 और वाराणसी में 94 गाडि़यां थाने में बंद है। पिछले दिनों बनारस दौरे पर आए प्रमुख सचिव परिवहन अरविंद कुमार ने परिवहन अधिकारियों संग बैठक कर विभागीय समीक्षा की थी। समीक्षा में पाया कि विभिन्न थानों में बंद गाड़ियों पर लाखों रुपये बकाया है।
इनके सामान चोरी होने पर परिवहन विभाग को दोषी माना जाता है। इसको लेकर कई वाहन स्वामी न्यायालय तक पहुंच चुके हैं, इससे विभाग की किरकिरी हो रही है। उन्होंने कहा कि 45 दिन बाद थानों में बंद गाड़ी के वाहन स्वामी को नोटिस जारी किया जाए कि एक सप्ताह में बकाया राशि जमा नहीं करने पर तथा नियत तिथि पर जवाब नहीं आने पर उनकी गाड़ी को नीलाम कर दिया जाए।
डीटीसी ने एडीजी को लिखा पत्र उप परिवहन आयुक्त (डीटीसी) लक्ष्मीकांत मिश्रा ने बताया कि परिवहन विभाग की ओर से थानों में बंद किए गए वाहनों की सूची प्राथमिक स्तर से बना लिया गया है। अन्य की सूची बनाई जा रही है। पुलिस स्तर से भी कई वाहनों को बंद किया गया है। पुलिस की सूची आने के साथ वाहनों की संख्या बढ़ जाएगी। वाराणसी, मीरजापुर, आजमगढ़ और वाराणसी संभाग में थाने में बंद वाहनों की संख्या 443 है।