गलत बिजली बिल भेजने पर अफसरों व एजेंसियों की होगी जवाबदेही, समीक्षा में बोले ऊर्जा मंत्री
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने आजमगढ़ में कहा कि गलत बिल भेजने समय से बिल न भेजने के मामलों में अधिकारियों व एजेंसियों की जवाबदेही तय करने के निर्देश भी दिए।
आजमगढ़, जेएनएन। ऊर्जा और अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शुक्रवार को आजमगढ़, मीरजापुर व बस्ती मंडल के जिलों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण पूरा हो चुका है, वहां उसका लाभ उपभोक्ताओं को मिलने लगे। निर्देशित किया कि जले ट्रांसफार्मर तत्काल बदले जाएं, गारंटी या वारंटी की अवधि और उनकी मरम्मत के चक्कर में आमजनमानस को बिजली आपूर्ति में समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने गलत बिल भेजने, समय से बिल न भेजने के मामलों में अधिकारियों व एजेंसियों की जवाबदेही तय करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि सरकार सभी गांवों को 24 घंटे आपूर्ति की सुविधा का महाभियान चला रही है। इसके लिए सांसदों व विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों को भी आगे आना होगा। उन्हें भी ऊर्जा विभाग का सहयोग करना होगा, तभी सस्ती और सुलभ बिजली का संकल्प पूरा होगा। कहा कि इसके लिए लाइन लॉस को 15 फीसद से नीचे लाना होगा। हर जिले में ऊर्जा विभाग ने 60-60 फीडर गोद लिए हैं। सांसद व विधायक भी 10-10 फीडरों को गोद लेकर अभियान का हिस्सा बनें। जिससे 24 घंटे आपूर्ति के संकल्प को पूरा किया जा सके।
40 फीसद अधिक बढ़ाई जाएगी ट्रांसफार्मरों की क्षमता
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिन भी क्षेत्रों में लाइनलॉस 15 फीसद से कम होगी। वहां केवल 24 घंटे विद्युत आपूर्ति ही नहीं होगी, बल्कि वहां के जर्जर तार भी प्राथमिकता पर बदले जाएंगे। ट्रांसफार्मरों की क्षमता भी 40 फीसद अधिक बढ़ाई जाएगी, जिससे वहां आपूर्ति संबंधी कोई समस्या भविष्य में नहीं आए। उन्होंने बताया कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के तहत आने वाले जनपदों में कृषि व घरेलू फीडरों को अलग करने की योजना भी जल्द ही शुरू की जाएगी। इसमें ट््यूबवेल और घरेलू फीडर अलग किए जाएंगे। कृषि कार्यों के लिए कृषि फीडर पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलेगी। वहीं घरेलू फीडरों पर रोस्टर के हिसाब से निर्बाध आपूर्ति की जाएगी।
ट्रांफार्मर फुंकने व समय से नहीं लगने पर एमडी से रिपोर्ट तलब
आपूर्ति संबंधी शिकायतों, ट्रांसफार्मर फुंकने व समय से न लग पाने वाली शिकायतों पर 48 घंटे में प्रबंध निदेशक से रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि आपूर्ति संबंधी समस्याओं पर किसी भी प्रकार का तर्क स्वीकार्य नहीं है। अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें। जनता व जनप्रतिनिधियों से नियमित संवाद रहे जिससे समस्याओं का निस्तारण करने में आसानी हो। एक ही स्थान पर ट्रांसफार्मर के बार-बार जलने व मरम्मत के बाद भी फुंक जाने की शिकायतों पर निगम की वर्कशॉप्स की ऑडिट कराने के निर्देश के साथ जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए।