क्रीड़ा संकुल के ओडीओपी पवेलियन में लोगों को लुभाएंगे 40 जिलों के 90 विशिष्ट उत्पाद
क्रीड़ा संकुल में प्रदेश के विशिष्ट उत्पादों का बाजार सज गया है, प्रवासी भारतीय जो अभी तक प्रदेश की कलात्मकता से परिचित नहीं थे, उन्हें आज इससे रूबरू कराया जाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। क्रीड़ा संकुल में प्रदेश के विशिष्ट उत्पादों का बाजार सज गया है। प्रवासी भारतीय जो अभी तक प्रदेश की कलात्मकता से परिचित नहीं थे, उन्हें आज इससे रूबरू कराया जाएगा। प्रवासियों को खरीदारी से लेकर उत्पादों को समझाने की पूरी व्यवस्था की गई है। इसमें प्रदेश के 40 जिलों के 90 उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। यह मंच एक प्रकार से केंद्र और प्रदेश सरकार की उन कोशिशों को आगे बढ़ाने वाला है जिसमें बुनकरों व शिल्पकारों की घटती बुनियाद को संबल देने की तैयारी है।
प्रवासियों की सहभागिता लाएगी रंग: दरअसल, काशी में 15वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 21 से 23 जनवरी तक होगा। सम्मेलन में भविष्य की योजनाओं पर मंथन के साथ विश्व बाजार को काशी समेत प्रदेश के जिलों की ओर उन्मुख करने की है। जहां गुणवत्तायुक्त व पर्यावरण मित्र वाले उत्पाद सहज व नरम दामों में उपलब्ध होंगे। इससे बेरोजगारी के बढ़ते दबाव को भी कम करने की कोशिश है।
किस जिले का कौन सा विशिष्ट उत्पाद : क्रीड़ा संकुल के ओडीओपी पवेलियन में बनारसी सिल्क साड़ी, आगरा का लेदर, अलीगढ़ का लॉक एंड हार्डवेयर, बांदा का शजर पत्थर, आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी, बुलंदशहर की पॉटरी, एटा का घुंघरू, फिरोजाबाद का ग्लास वेयर, गौतमबुद्धनगर का रेडीमेड गारमेंट, कन्नौज का इत्र, कानपुर नगर का लेदर प्रोडक्ट, लखनऊ का चिकन व जरी जरदोजी, मीरजापुर, सोनभद्र, भदोही की कालीन, हमीरपुर की लेदर जूती, शाहजहांपुर, उन्नाव, बदायूं, कासगंज और चंदौली की जरी जरदोजी, गोरखपुर का टेराकोटा, सीतापुर व जौनपुर की दरी, महोबा का गौरास्टोन क्राफ्ट, मेरठ का स्पोट्र्स गुड्स, मुरादाबाद का मेटल क्राफ्ट, सहारनपुर का वुड क्राफ्ट, चित्रकूट का वुडेन ट्वायज, हरदोई का हैंडलूम, इटावा, अंबेडकरनगर और बाराबंकी का टेक्सटाइल, ललितपुर की जरी सिल्क साड़ी, पीलीभीत की बांसुरी, रामपुर का पेचवर्क, संभल का हैंडीक्राफ्ट, फर्रुखाबाद की ब्लाक प्रिंटिंग व मऊ के पावरलूम टेक्सटाइल की प्रदर्शनी लगी हुई है।